बर्फीली हवा चलने के साथ कार्बन मोनोआक्साइड और ओजोन का स्तर बढऩे से अस्थमा टीबी और सांस संबंधी बीमारियों से पीडि़त मरीजों की सांस उखडऩे लगी है.


आगरा (ब्यूरो)। बर्फीली हवा चलने के साथ कार्बन मोनोआक्साइड और ओजोन का स्तर बढऩे से अस्थमा, टीबी और सांस संबंधी बीमारियों से पीडि़त मरीजों की सांस उखडऩे लगी है। शुक्रवार रात 10 बजे एक्यूआई 153 तक पहुंच गया। सबसे ज्यादा प्रदूषित संजय प्लेस रहा, यहां का एक्यूआर्ई 229 दर्ज किया गया। वहीं, सुबह और रात में ठंडी हवा चलने से तापमान में गिरावट आई है। सुबह का तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस तक आ गया।

सुबह से ही चल रहीं बर्फीली हवाएं
शुक्रवार सुबह से ही बर्फीली हवा चलने से लोग परेशान रहे। हालांकि, हवा चलने के बाद भी वायु प्रदूषण का स्तर कम नहीं हुआ। सबसे ज्यादा प्रदूषण संजय प्लेस में रहा। यहां कार्बन मोनोऑक्साइड 164 और ओजोन 126 तक पहुंच गया। इससे सांस संबंधी बीमारियों से पीडि़त मरीजों को परेशानी होने लगी। एसएन मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल के साथ ही निजी अस्पतालों में सांस लेने में परेशानी होने पर मरीज परामर्श लेने के लिए पहुंचे। गंभीर मरीजों को भर्ती करना पड़ा। एसएन मेडिकल कॉलेज के रेस्पिरेटरी विभाग के अध्यक्ष डा जीवी ङ्क्षसह ने बताया कि ओजोन से अस्थमा का अटैक पडऩे का खतरा बढ़ जाता है। कार्बन मोनोआक्साइड सांस और ह्रदय रोगियों के लिए घातक है। सांस संबंधी बीमारियों से पीडि़त मरीजों की संख्या बढ़ गई है। गंभीर मरीजों को आक्सीजन सपोर्ट पर रखना पड़ रहा है। सुबह और रात में बाहर ना निकलने की सलाह दी जा रही है।

Posted By: Inextlive