जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एआई व्यक्ति के सिर्फ जीवन से जुड़ रहा है. वैसे अब शिक्षा में क्षेत्र में इसका सदुपयोग स्टूडेंट्स को उनकी स्टडी में मदद कर रहा है टीचर्स को पढ़ाने में मदद कर रहा है और कई करियर ऑप्शन भी ओपन कर रहा है.

आगरा (ब्यूरो)। जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) व्यक्ति के सिर्फ जीवन से जुड़ रहा है। वैसे अब शिक्षा में क्षेत्र में इसका सदुपयोग स्टूडेंट्स को उनकी स्टडी में मदद कर रहा है, टीचर्स को पढ़ाने में मदद कर रहा है और कई करियर ऑप्शन भी ओपन कर रहा है। टेक्नोलॉजी एडवांस्ड हो रही है अब एआई रोबोटिक सर्जरी में मदद कर रहा है। अमृता विश्वविद्यापीठम और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित कॅरियर पाथवे कार्यक्रम के अंतर्गत प्रिंसिपल मीट का आयोजन इंडस्ट्रियल एरिया स्थित दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ऑफिस में हुआ। इस दौरान अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटॉर (डायरेक्ट ऑफ एडमिशंस एंड एकेडमिक आउटरिच) निघिल एन ने एआई के तथ्यों को प्रिंसिपल्स के सामने रखा। उन्होंने बताया कि एआई हमारे काम और हमारी लाइफ स्टाइल को आसान बना देगा। उन्होंने बताया कि साइंस स्ट्रीम के बच्चे मेडिकल से संबंधित जेनेटिक इंजीनियरिंग, टेलीमेडिसिन एवं हेल्थ इनफार्मेटिक्स, बायो मेडिकल इंजीनियरिंग आदि क्षेत्रों में अपना कॅरियर बना सकते हैं। वहीं, पीसीएम के स्टूडेंट्स के लिए एआई और उससे जुड़े फील्ड्स जैसे-एआई एंड मशीन लर्निंग, डाटा एनालिस्ट, बिग डाटा, एआई एंड रोबोटिक्स आदि में स्कोप है। मीट में स्कूल प्रिंसिपल्स और कोआर्डिनेटर्स ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए।


एआई पर डिस्कशन
प्रिंसिपल्स ने कहा, एआई हमारे काम को आसान बना देगा, लेकिन यह पूरी तरह से इंसानों की जगह लेने से बहुत दूर है। क्योंकि एआई को व्यक्ति ने बनाया है। प्रिंसिपल्स ने कहा कि एआई स्टूडेंट व टीचर्स के बीच के इमोशनल जुड़ाव को खत्म कर रहा है। स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को यह समझना होगा कि एआई सिर्फ काम को आसान बनाता है न कि काम करता है ऐसे में बच्चों को इसपर निर्भर न होने दें। वहीं, प्रिंसिपल्स ने कहा, एक समय था कि स्टूडेंट्स टीचर्स का सम्मान करते थे। अब तक बच्चों की शिकायत पर पेरेंट्स स्कूल आ जाते हैं। पेरेंट्स को भी यह समझाना होगा कि स्कूल हमेशा स्टूडेंट के हित की सोचता है। ऐसे में उन्हें बच्चों को ही समझाना चाहिए कि टीचर्स से अच्छा व्यवहार करें। प्रिंसिपल्स ने कहा, प्रिंसिपल मीट की तरह पेरेंट्स मीट भी हïो।


अमृता यूनीवर्सिटी कर रही मदद
एकेडमिक मेंटॉर निघिल एन ने बताया कि फरीदाबाद स्थित अमृता यूनीवर्सिटी कैंपस स्टूडेंट्स के कैरियर मेकिंग में कई तरह से सहयोग कर रहा है। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स को करियर पॉथवे गाइडेंस के लिए प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग सेशन, स्टूडेंट्स का साइकोमैट्रिक टेस्ट, कैंपस विजिट आदि को आर्गेनाइज्ड करा रहा है। उन्होंने प्रिंसिपल्स को फरीदाबाद कैंपस में एजुकेशन विजिट के लिए स्टूडेंट्स और टीचर्स के साथ इनवाइट किया। मीट में शहर के कई स्कूल्स के प्रिंसिपल्स और कोआर्डीनेटर मौजूद थे।

Posted By: Inextlive