Agra News: ड्रग्स का ट्रांजिट प्वाइंट बना आगरा, पाकिस्तान और बांग्लादेश तक फैला धंधा
आगरा। (ब्यूरो) वर्ष 2015 से आगरा में ओडिशा से ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी, जब जांच में इस बाद का खुलासा हुआ तो सख्ती बरती गई। इसके बाद ड्रग्स तस्करों ने छत्तीसगढ़ में नया बाजार तलाश लिया है। वहां से ड्रग्स दिल्ली लाने के बाद देश के अलग-अलग शहरों में सप्लाई की जाती है। लेकिन अब डायरेक्ट छत्तीसगढ़ से सप्लाई की जा रही है। हाल ही में दो कारों में एक करोड़ रुपए का ड्रग्स पांच तस्कर आगरा लेकर आ रहे थे, सूचना पर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और मंटोला पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। बरामद माल मथुरा में पार्टी को देना था.
ओडिशा में सख्ती के बाद बदला रास्ता
पहले ओडिशा से गांजा आता था। वहां पुलिस की सख्ती के बाद तस्करों ने रास्ता बदल दिया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह पांचों दो कार से छत्तीसगढ़ गए थे। पुलिस से बचने के लिए बस में भी यात्रा की। वह 120 किलोमीटर पहले छत्तीसगढ़ के गांव जगदलपुर जाते हैं। ओडिशा के गांजा तस्कर उन्हें वहां पर माल दे जातेे।
पाकिस्तान और बांग्लादेश में सप्लाई
नकली और नशीली दवाओं की मंडी में अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई। यहां पाकिस्तान और बांग्लादेश भेजने के लिए दो अवैध फैक्ट्री में नामचीन कंपनियों के नशे के लिए इस्तेमाल होने वाले सिरप और टैबलेट नकली बन रहे थे। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और औषधि विभाग की टीम ने छापा मारा। पांच करोड़ की टैबलेट और सिरप बिचुपरी स्थित फैक्ट्री से बरामद किए। फैक्ट्री के मालिक विजय गोयल ने पूछताछ में बताया था कि नशीली दवाओं की डिमांड बांग्लादेश और पाकिस्तान में अधिक है।
150 करोड़ की ड्रग्स बरामद
नोएडा में विदेशी नागरिक चला रहे थे घर में फैक्ट्री, यूनिवर्सिटीज में करते थे सप्लाई, पुलिस ने मकान से 26 किलो ड्रग्स बरामद किया है। साथ ही करीब 50 करोड़ का रॉ मेटेरियल भी पुलिस ने कब्जे में लिया है। ड्रग्स और रॉ मटीरियल की अनुमानित कीमत करीब 150 करोड़ रुपए बताई जा रही है। ड्रग्स को बनाने के काम में नाइजीरियन मूल के नागरिक शामिल थे, जो अवैध रूप से भारत में रह रहे थे। जिसके तार जांच में आगरा से जुड़े मिले। इसकी जांच इरफान नासिर, एसीपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स द्वारा की जा रही है।
दवा की आड़ में नशे का कारोबार
फुव्वारा दवा बाजार में 3600 से अधिक ड्रग लाइसेंसी हैं। 5100 से अधिक कंपनियों के स्टॉकिस्ट, थोक विक्रेता व रिटेलर हैं। दिल्ली, जयपुर, ग्वालियर और अलीगढ़ तक से दुकानदार दवाइयां खरीदने आते हैं। दवाइयों की आड़ में नशे का कारोबार भी पांव पसार चुका है।
सीरप, नींद की गोलियों का कारोबार
नारकोटिक्स प्रतिबंधित कफ सीरप, नींद व दर्द की गोलियां, एंटीबायोटिक इंजेक्शन के अलावा अन्य दवाइयों का कारोबार फुव्वारा स्थित मुबारक महल मार्केट से चल रहा है। मुबारक महल मार्केट में सैंपल की दवाइयों, बिना बिल की दवाइयां आधी कीमत पर बिकती हैं। आगरा से इन राज्यों में सप्लाई दवाएं
आगरा से नशीली व नकली दवाइयां पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, गोवा, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद, असम, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात तक पकड़ी गई दवाओं का फुव्वारा कनेक्शन रहा है। कमला नगर थाना क्षेत्र में अरोड़ा बंधुओं को दवा माफिया घोषित किया जा चुका है। मथुरा में लाइसेंस आगरा में लगी मशीन
वर्ष 2021 में राजौरा बंधुओं द्वारा एक्सपायर्ड दवाओं को रीपैकिंग करके बेचने का मामला सामने आया था। आवास विकास कॉलोनी निवासी प्रदीप राजौरा और धीरज राजौरा एक्सपायर और नकली दवाओं को आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, हाथरस, कासगंज और अलीगढ़ में सप्लाई करते थे। उनकी हर जिले में लाखों रुपए की दवाएं सप्लाई होती थीं।
दवाओं की बिक्री के सख्त रूल्स
नार्कोटिक्स ड्रग्स साइकोट्रोपिक सब्सटेंस ऐक्ट-1985 के तहत दवाओं की ब्रिकी के सख्त नियम हैं। नार्कोटिक्स की दवाओं में नींद की टैबलेट से लेकर दर्द निवारक इंजेक्शन तक हैं। ये शिड्यूल एच में आते हैं। मेडिकल स्टोर संचालक इन दवाओं के खरीददारों का ब्योरा शिड्यूल-एच रजिस्टर में नहीं दर्ज कर रहे हैं।
आगरा से नशीली दवाएं आटे और दाल की बोरियों में भरकर पंजाब और हरियाणा में आटे और दाल के नाम पर रजिस्ट्रेशन फर्जी फर्मों पर भेजी जा रही थीं। जीएसटी विभाग ने ऐसी ही तीन फर्मों को पकड़ा था। डिटेल में वर्जन नारकोटिक्स टास्क फोर्स
इरफान नासिर, एसीपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने बताया कि अब तक की गई कार्रवाई में नशीली
दवाओं की तस्करी, जो अलग-अलग वर्षो में 2016 से लेकर अब तक की कई है। इसकी कुल कीमत ढाई सौ करोड़ के आसपास है। 26 जुलाई, 2020
-पंजाब की बरनाला पुलिस ने 11 राज्यों में नशा तस्करी करने वाले आगरा के गैंग का भंडाफोड़ किया।
29 जुलाई, 2020
-पंजाब पुलिस ने आगरा गैंग से जुड़े नशे की दवाओं की तस्करी के मास्टरमाइंड हरीश भाटिया को पश्चिमी बंगाल से गिरफ्तार किया। आगरा में विक्की अरोड़ा के अवैध गोदाम से 12 करोड़ रुपए की दवाएं बरामद
16 अगस्त, 2020
-एसटीएफ ने आगरा से सिकंदरा इलाके से 70 लाख रुपए की कीमत के फेन्सीड्रिल कफ सिरप को अवैध ढंग से सिलिगुड़ी ले जा रहे ट्रक को आजमगढ़ में पकड़ा।
-औषधि प्रशासन विभाग ने आगरा में गोगिया मार्केट फव्वारा में दो दवा की बड़ी दुकानों पर छापा मारकर करीब 35 करोड़ रुपए की गर्भपात किटों के अवैध धंधे का खुलासा किया।
15 दिसंबर, 2020
-पंजाब की अमृतसर पुलिस ने थाना कत्थूनंगल क्षेत्र से तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 40 लाख रुपए की कीमत वाली तीन लाख 46 हजार नशीली गोलियां बरामद की थीं।
19 दिसंबर, 2020
-दिल्ली के नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और ड्रग विभाग ने बल्केश्वर में इंटरस्टेट ड्रग तस्कर पंकज गुप्ता के गोदाम में छापा मारकर पांच करोड़ रुपए की नशे की दवाइयां और गर्भपात किट जब्त कीं।
21 जनवरी, 2021
-न्यू आगरा के एसएस डिग्री कॉलेज में दवाओं का अवैध गोदाम पकड़ा गया। वहां गल्र्स रूम के बाथरूम से करीब 10 लाख रुपए से अधिक की दवाएं पाई गईं थीं।
14 फरवरी, 2021
नौ राज्यों में दवा की तस्करी करने वाले पंकज गुप्ता को खंदारी इलाके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
25 नवंबर, 2022
-नारकोटिक्स विभाग ने मोबित बंसल के गोदाम में छापा, सवा करोड़ रुपए की दवाएं की बरामद
01 सितंबर, 2022
-नकली दवाओं को रोकने का दवा कंपनियों ने जुटाए सबूत, बिल के आधार पर दुकानदार पर कार्रवाई
8 जुलाई, 2022
-सिकंदरा और जगदीशपुरा क्षेत्र में दो फैक्ट्री में कार्रवाई, पांच करोड़ रुपए की दवाएं की बरामद आगरा में 10 साल में कार्रवाई
-दवा विक्रेताओं के खिलाफ केस किए दर्ज
156
-ड्रग लाइसेंस अब तक किए निरस्त
76
-आगरा से दूसरे राज्यों में सप्लाई
18
-दस साल में बरामद दवाएं
250 करोड़ से अधिक