Agra News गधापाड़ा माल गोदाम पर बनेंगे 800 आलीशन फ्लैट और विला
आगरा.(ब्यूरो )गधापाड़ा माल गोदाम को देखकर नाक मुंह सिकोडऩे वाले लोगों की राय जल्द बदलने जा रही है। माल गोदाम की 90 हजार वर्ग मीटर भूमि पर आलीशान 800 फ्लैट और विला बनेंगे। गणपति इंफ्रास्ट्रक्चर जनवरी 2025 से निर्माण शुरू कर वर्ष 2029 तक में पूरा करेगा। रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) ने 99 साल के लिए 352 करोड़ रुपए में भूमि आवंटित की है। रेलवे की भूमि पर मंडल का यह सबसे बड़ा आवासीय प्रोजेक्ट होगा जिसमें 3 बीएचके फ्लैट और विला 275 व 375 गज के होंगे। रेलवे ने पहली बार इतनी अधिक भूमि को लीज पर दिया है।
आरएलडीए ने दूसरी बार जून 2024 में 90,304 वर्ग मीटर भूमि को 99 साल के लीज पर देने का टेंडर जारी किया था। इसकी न्यूनतम बोली 262.30 करोड़ रुपए थी। इसमें गणपति इंफ्रास्ट्रक्चर, ओपी चेंस, रिद्धि सिद्धि हाउङ्क्षसग और राज कारपोरेशन मैनपुरी ने टेंडर भरा था। पहले तकनीकी बिड खुली, जिसमें सभी बिडर के दस्तावेज सही मिले। जांच के बाद गणपति इंफ्रास्ट्रक्चर को 352 करोड़ रुपए में टेंडर मिल गया। शर्त के अनुसार आवासीय प्रोजेक्ट होगा। किसी भी रूप में इसका व्यावसायिक प्रयोग नहीं किया जाएगा। गणपति इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा चार साल में आलीशान फ्लैट और विला तैयार किए जाएंगे। कई मंजिला अपार्टमेंट में सिर्फ 3 बीएचके फ्लैट होंगे। वहीं विला दो श्रेणी में होगा। पहला 275 और दूसरा 350 गज में बना होगा। निदेशक निखिल अग्रवाल ने बताया कि प्रोजेक्ट जनवरी से शुरू होगा। इसे पूरा होने में चार साल लगेंगे।
70 से 80 हजार रुपए है सर्किट रेट : निबंधन विभाग के अधिकारियों की मानें तो गधापाड़ा माल गोदाम से सटकर भूमि का सर्किल रेट 70 से 80 हजार रुपए प्रति वर्ग मीटर है। आवासीय प्रोजेक्ट आने से आसपास की भूमि के रेट और भी बढ़ जाएंगे। लीज पर 90,304 वर्ग मीटर भूमि मिली है।
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यह होंगी सुविधाएं : इंडोर बैडङ्क्षमटन कोर्ट, स्वीङ्क्षमग पूल, कैफेटेरिया, चार हजार फीट में पार्टी हाल, शाङ्क्षपग प्लाजा, जिम, मंदिर, गार्डन सहित अन्य.-------
मिवान निर्माण तकनीक से बनेंगे : गधापाड़ा माल गोदाम में अपार्टमेंट और विला को मिवान निर्माण तकनीक से बनाया जाएगा। इस तकनीक में दीवार को मजबूती देने के लिए स्टील का प्रयोग बिङ्क्षल्डग में किया जाता है। कंक्रीट का भी सपोर्ट रहता है। इससे निर्माण कार्य तेजी से होता है। एल्युमीनियम फार्मवर्क स्टील की जाली चारों ओर से प्रयोग की जाती है।
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और भी खाली पड़ी है भूमि : आगरा कैंट, सिटी स्टेशन रोड, यमुना ब्रिज स्टेशन के आसपास, गधापाड़ा के पास सहित अन्य क्षेत्रों में रेलवे की 100 हेक्टेयर से अधिक भूमि खाली पड़ी है। भूमि पर कब्जा न हो, इसके लिए लगातार निगरानी की जा रही है।
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पहली बार रद हो चुका है टेंडर : आरएलडीए ने सितंबर 2023 में पहली बार भूमि को लीज पर देने का टेंडर जारी किया था। उस दौरान दो कंपनियों गणपति इंफ्रास्ट्रक्चर और ओपी चेंस ने भाग लिया था। टेंडर में गड़बड़ी की शिकायत गणपति इंफ्रास्ट्रक्चर की। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा और फिर टेंडर को रद कर दिया गया।
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