भगवान टाकीज चौराहा के पास शराब की दुकानें हों या फिर ताजगंज क्षेत्र की. दीपावली पर रात 10 बजे के बाद भी शौकीनों को शराब आसानी से मिल गई.


आगरा (ब्यूरो)। भगवान टाकीज चौराहा के पास शराब की दुकानें हों या फिर ताजगंज क्षेत्र की। दीपावली पर रात 10 बजे के बाद भी शौकीनों को शराब आसानी से मिल गई। चोरी छिपे दुकानों के शटर खुले रहे। एक बोतल शराब के लिए 10 से 20 रुपए अतिरिक्त की वसूली हुई। कुछ यही हाल जयपुर हाउस, कमलानगर, दयालबाग और यमुनापार के विभिन्न क्षेत्रों का रहा। इन क्षेत्रों में दुकानों की निगरानी के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था, लेकिन अनुज्ञापी एक कदम आगे रहे। देर रात तक दुकानों को खोलने के लिए कर्मचारियों को लगा दिया गया। टीम के आने पर शटर को पूरी तरह से बंद कर दिया जाता और जाने पर फिर से खोल दिया जाता। वहीं दीपावली पर जिले में छह करोड़ रुपए की शराब की बिक्री हुई।

त्योहार पर अधिक बिक्री
जिले में आबकारी विभाग के 13 सेक्टर और क्षेत्रों में 797 दुकानें हैं। सबसे अधिक देशी शराब की 329, अंग्रेजी की 247 और बीयर की 197 दुकानें हैं। हर दिन औसत चार करोड़ रुपये की शराब की बिक्री होती है। अगर पड़ोसी राज्यों की शराब की बिक्री को जोड़ लिया जाए तो यह आंकड़ा और भी बढ़ जाएगा। दीपावली और होली पर सबसे अधिक शराब की बिक्री होती है। शौकीन देर रात तक जश्न मनाते हैं। गुरुवार और शुक्रवार रात 10 बजे के बाद दुकानें न खुलें, इसकी निगरानी के लिए जिला आबकारी अधिकारी नीरज द्विवेदी के आदेश पर शहरी क्षेत्र में तीन और देहात में छह टीमों का गठन किया गया था। रात साढ़े नौ बजे के बाद टीमें सक्रिय हो गईं। रात 10 बजे के बाद बारी-बारी से दुकानों की जांच शुरू हो गई। कार्रवाई के डर से अनुज्ञापियों ने रात 9.55 बजे दुकानों को बंद कर दिया। भगवान टाकीज चौराहा के आसपास, ताजगंज क्षेत्र, दयालबाग, कमलानगर, जयपुर हाउस सहित अन्य क्षेत्र की कई दुकानों में कर्मचारियों को लगाया गया। यह कर्मचारी मोबाइल के साथ दुकानों से 50 से 100 मीटर की दूरी पर खड़े हो गए। जैसे ही कोई भी गाड़ी दिखी। कर्मचारियों ने सतर्क कर दिया। इससे विभागीय अधिकारियों को एक भी दुकान रात 10 बजे के बाद खुली नहीं मिली। वहीं हकीकत इसके विपरीत है। रात 12 से एक बजे तक दुकानों के शटर खोलकर शराब की बिक्री हुई। जिला आबकारी अधिकारी नीरज द्विवेदी का कहना है कि दीपावली के मौके पर छह करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई है। शहरी क्षेत्र में दुकानों की निगरानी के लिए तीन टीमें लगी थीं। ---


सीसीटीवी कैमरों से खुल सकती है पोलजिले की सभी शराब की दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। एक दुकान में दो से चार कैमरे हैं। अगर गुरुवार रात 10 बजे के बाद की रिकार्डिंग की जांच कर ली जाए तो पूरा खेल खुलकर सामने आ जाएगा। किस तरीके से शटर उठाकर शराब की बिक्री की गई है। -------- अब अगले सप्ताह पूरी होगी जांच आबकारी विभाग में वसूली पर हिस्सेदारी की जांच अब अगले सप्ताह पूरी होगी। शनिवार को अवकाश है। मुख्यमंत्री के आदेश पर सहायक आबकारी आयुक्त धर्मेंद्र नरायण की निगरानी में सात सदस्यीय कमेटी गठित है। कमेटी सिपाहियों, प्रधान सिपाहियों से लेकर निरीक्षकों तक के बयान दर्ज कर रही है।

Posted By: Inextlive