आगरा ब्यूरो टाटा मैक्स गाड़ी चालक कामरान के मोबाइल पर आई काल हादसे में 17 लोगों की मौत का कारण बनी थी. हाथरस हादसे में घायल लतीफ का दावा है कि काल आने के बाद चालक ने गाड़ी दौड़़ाना शुरू कर दिया टोकने पर भी रफ्तार कम नहीं की. टाटा मैक्स गाड़ी आगे जाते लोडर से टकराकर अनियंत्रित हो गई थी. रोडवेज की जनरथ बस की टक्कर से पांच भाइयों के परिवार के 17 लोगों की मौत हो गई. घायल लतीफ ने घटनास्थल पर पहुंचे पुलिसकर्मियों पर अपनी और भाई मुन्ना की जेब में रखे रुपए निकालने का भी आरोप लगाया है.


हाथरस के मीतई में शुक्रवार शाम को रोडवेज की जनरथ बस ने टाटा मैक्स गाड़ी में टक्कर मार दी थी। हादसे में गांव सैमरा के 14, आंवलखेड़ा के दो और रामगढ़ फिरोजाबाद के एक व्यक्ति समेत 17 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 18 लोग घायल हो गए थे। एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती लतीफ, फरियाद, अलीजान और आफरीन रविवार को चिकित्सकों द्वारा छुट्टी करने पर घर पहुंचे। बेदरिया और मुन्ना खां के भाई लतीफ ने बताया कि परिवार के लोग सैमरा के टाटा मैक्स गाड़ी चालक कामरान को 1300 रुपए में तय करके ले गए थे। वह कामरान के बराबर में बैठे थे। हल्की वर्षा हो रही थी। कामरान टाटा मैक्स गाड़ी को तेज रफ्तार में दौड़ा रहा था.


लतीफ ने बताया कि उन्होंने चालक को टोका कि वर्षा के चलते ब्रेक कम लगेंगे। इसी बीच चालक कामरान के मोबाइल पर काल आई, उसे खंदौली से मथुरा भाड़ा लेकर जाना था। चालक ने सैमरा जल्दी पहुंचने को गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी। जा रहे लोडर से टकराने के बाद टाटा मैक्स गाड़ी अनियंत्रित हो गई। सामने से आती रोडवेज की जनरथ बस ने टक्कर मार दी। लतीफ ने बताया कि बस को आते देख वह और कामरान गाड़ी से कूद गए थे। लतीफ के अनुसार, चलती गाड़ी से कूदने पर उनके एक हाथ में फ्रैक्चर हो गया था। वह होश में थे। उनका आरोप है कि मौके पर पहुंचे एक पुलिसकर्मी ने उनकी जेब से तीन हजार और भाई मुन्ना की जेब से 10 हजार रुपये निकाल लिए थे। इस बीच वहां पर अन्य पुलिसकर्मी और राहगीर वहां मदद को पहुंच गए। लतीफ ने बेटे शौकीन को फोन पर हादसे की जानकारी दी। -----------------हादसे के चालक गायब, नहीं पहुंचा गांव गांव सैमरा का टाटा मैक्स गाड़ी चालक कामरान हादसे के बाद से गायब है। उसके परिवार में माता-पिता और पांच भाई बहन हैं। मरने वालों के परिजन द्वारा चालक के परिवार से जानकारी करने पर उनका कहना था कि हादसे के बाद से संपर्क नहीं किया है। वहीं, हाथरस पुलिस ने शनिवार को जनरथ बस चालक को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। ---------------घर पहुंचने पर अपनों की तलाशती रहीं आंखें

एसएन मेडिकल कॉलेज से चिकित्सकों द्वारा छुट्टी करने के बाद घायल लतीफ, फरियाद, अलीजन और आफरीन रविवार को घर पहुंचे। परिवार के लोग उन्हें देखते ही लिपटकर रोने लगे। सैमरा के पांच भाइयों के परिवार के 26 शुक्रवार सुबह घर से निकले थे। घरों के सूने आंगन और लोगों के रोने की आवाज सुन उनका दिल दहल रहा था। आंखें साथ गए अपनों को खोज रहीं थीं।

Posted By: Inextlive