आरबीएस कॉलेज में आयोजित हो रहे आगरा मिलेट्स मेला में दूसरे दिन भी कई लोग आए और मोटे अनाज के प्रति जागरुक हुए. यहां पर आकर लोगों ने कहा कि वह पहले मिलेट्स खाते थे लेकिन धीरे-धीरे यह उनके खाने से गायब हो गया. लेकिन अब वह दोबारा से मिलेट्स खाना शुरू करेंगे और डायबिटीज-बीपी से बचाव करेंगे.

आगरा(ब्यूरो)। आगरा मिलेट्स मेला के दूसरे दिन वल्र्ड फूड प्रोग्राम पॉलिसी ऑफिसर अनु बोथरा, बीवस्ट फूड की फाउंडर तनुश्री सिंह, फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के चीफ फूड सेफ्टी ऑफिसर राजेश कुमार गुप्ता, फूड सेफ्टी ऑफिसर एसके पांडे, तुलिका बंसल एंड कंपनी की फाउंडर तुलिका बंसल ने मिलेट्स के बारे में अपनी राय रखी और इसके सेवन करने के फायदे बताए। वहीं, ज्वॉइंट कमिश्नर इंडस्ट्रीज अनुज कुमार ने कहा कि सरकार नए स्टार्टअप को शुरू करने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से मदद कर रही है। बैैंक के माध्यम से लोन लेने की सुविधा उपलब्ध है, इसमें सरकार द्वारा सब्सिडी का भी प्रावधान है।

आगरा मिलेट्स मेला में आईं हाउसवाइफ वंदना ने बताया कि हमें यहां पर आकर पुराना समय आ गया। जब हम सर्दी के दिनों में बाजरा खाते थे। अब बाजरा, रागी, ओट्स को दोबारा से अपने खाने में शामिल करेंगे। वहीं फूड मामलों के जानकार डॉ। उमेश चंद्र जैन ने बताया कि मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए लाभदायक तो है ही, इसकी खासियत यह है कि इसमें मिलावट होना भी संभव नहीं है। कार्यक्रम में आए युवाओं ने कहा कि हमने तो मिलेट्स को ज्यादा नहीं खाया है। लेकिन अब यहां पर आने के बाद में हमें मोटे अनाज के सेवन की अहमियत पता चली है। अब हम इसे अपने भोजन में शामिल करेंगे।


मिलेट्स को डेली रूटीन में लेने पर काफी फायदेमंद है। आगरा खुद बाजरा का हॉटस्पॉट है।
- वंदना, हाउसवाइफ

मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए लाभदायक तो है ही, इसकी खासियत यह है कि इसमें मिलावट होना भी संभव नहीं है।
- उमेश चंद्र जैन, फूड साइंटिस्ट

Posted By: Inextlive