उत्तर प्रदेश टूरिज्म विभाग द्वारा 10 साल की लॉन्ग टर्म टूरिज्म पॉलिसी बनाई जा रही है. इसका ड्राफ्ट बनाकर यूपी टूरिज्म की वेबसाइट पर अपलोड करके फीडबैक मांगे जा रहे हैैं. इसमें आगरा के ऐतिहासिक मॉन्यूमेंट्स और टूरिज्म को नजरअंदाज किया गया है. इसको लेकर आगराइट्स ने नाराजगी जताई है.


आगरा। पेशे से ऑर्थोपेडिक और आगराइट्स डॉ। संजय चतुर्वेदी ने इसको लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि यह आगरा और उत्तर प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आगरा देश का सबसे बड़ा टूरिज्म स्पॉट है। यहां पर सबसे ज्यादा देशी-विदेशी टूरिस्ट आते हैैं। इसके बावजूद ताजमहल सहित आगरा की ऐतिहासिक इमारतों को नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि आगरा टूरिज्म के गोल्डन ट्राएंगल में शामिल है। इसके बावजूद इसे 10 साल लंबी टूरिज्म पॉलिसी में अनदेखा करना ठीक नहीं है।

पॉलिसी में बनाए गए हैैं सर्किट
नई टूरिज्म पॉलिसी के ड्राफ्ट में टूरिज्म के विभिन्न पहलुओं को आगे बढ़ाने के लिए कई 12 मेगा सर्किट बनाए गए हैैं। इसमें यूपी के विभिन्न जनपदों और धार्मिक स्थलों, प्राकृतिक साइटों को शामिल किया गया है। रामायण सर्किट, ब्रज सर्किट, वाइल्डलाइफ एंड इको टूरिज्म सर्किट जैसे 12 सर्किट में आगरा के बटेश्वर की शिव मंदिर श्रृंखला और कीठम क्षेत्र को शामिल किया गया है।

पुरानी पॉलिसी नहीं हुई पूरी
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राकेश चौहान बताते हैैं कि टूरिज्म पॉलिसी लागू होने का सिलसिला 1994 से शुरू हुआ था। इसके बाद लगातार कई पॉलिसी आईं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इससे पहले 2018 में टूरिज्म पॉलिसी लाई गई थी। जो 2023 तक चलनी हैै। उन्होंने कहा कि जो काम इस पॉलिसी में होने थे। वही पूरे नहीं हो सके हैैं। ऐेसे में नई पॉलिसी लाने से क्या फायदा होगा।

राजस्थान की तरह मिले छूट
राकेश चौहान ने बताया कि पड़ोस के राज्य राजस्थान में जो टूरिज्म को लेकर पॉलिसी लागू हुई हैैं, ऐसी ही पॉलिसी हमें भी चाहिए। कोरोनाकाल के बाद में टूरिज्म कारोबार की हालत खस्ता है। यहां पर 20 कमरों तक गेस्ट हाउस में सस्ते बिजली कनेक्शन जैसी सुविधाएं मिलनी चाहिए। टूरिज्म डेवलपमेंंट एसोसिएशन के संदीप अरोरा ने बताया कि आगरा को टूरिज्म पॉलिसी में नजर अंदाज करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि आगरा में सबसे ज्यादा टूरिस्ट आता है। इसे प्रमोट किए जाने की जरूरत है।


आगरा को केंद्र सरकार द्वारा जारी गोल्डन ट्राएंगल में शामिल किया गया है। प्रदेश सरकार को आगरा के एतिहासिक टूरिज्म को नहीं नकारना चाहिए,
-डॉ। संजय चतुर्वेदी, आगराइट्स

विदेशों में इंडिया को कंट्री ऑफ ताज और आगरा को सिटी ऑफ ताज कहा जाता है। इसके लिए भी पॉलिसी में कुछ अच्छा होना चाहिए।
-संदीप अरोरा, प्रेसिडेंट, टूरिज्म डेवलपमेंट एसोसिएशन

टूरिज्म पॉलिसी में आगरा को कम स्थान देना यहां के टूरिज्म का दुर्भाग्य है। कोविड के बाद आगरा के टूरिज्म के लिए कुछ विशेष पैकेज बनाने की जरूरत है।
-प्रहलाद अग्रवाल, प्रेसिडेंट, टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन

पिछली टूरिज्म पॉलिसी में दिया गया विजन पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में नई पॉलिसी लागू होने से क्या होगा। आगरा को ऐसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
- राकेश चौहान, प्रेसिडेंट, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन

Posted By: Inextlive