ताज ट्रेपेजियम जोन टीटीजेड में शामिल फिरोजाबाद आगरा और वृंदावन में देश में सर्वाधिक प्रदूषण रहा. मंगलवार को तीनों शहर क्रमश: पहले दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे. तीनों शहरों में वायु गुणवत्ता खतरनाक सीवियर स्थिति में दर्ज की गई. हवा में अति सूक्ष्म कणों धूल कणों और कार्बन कणों की मात्रा अधिक रही.

आगरा (ब्यूरो)। दीपावली के बाद वायु गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में पहुंची हुई है। सोमवार को आगरा देश में सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा था। मंगलवार को भी वायु गुणवत्ता में खास सुधार देखने को नहीं मिला। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 472 रहा, जो सोमवार के एक्यूआई 486 से थोड़ा कम था। देश में सबसे अधिक प्रदूषित शहर फिरोजाबाद रहा। वहां एक्यूआई 489 रहा, जो सोमवार के एक्यूआई 435 से कहीं अधिक था। वृंदावन में एक्यूआई 454 रहा, जो सोमवार के एक्यूआई 475 से कम था। तीनों शहर में धुंध छाई रही, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। आंखों में जलन की शिकायत आम रही। वायु गुणवत्ता अगर अधिक समय तक इस स्थिति में बनी रही, तो स्वस्थ लोगों के शरीर पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। मंगलवार को देश के सर्वाधिक प्रदूषित 10 शहरों में उप्र के नौ शहर शामिल रहे।

यह शहर रहे प्रदूषित
फिरोजाबाद 489
आगरा 472
वृंदावन 454
गाजियाबाद 451
बागपत 442

नोट: सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा जारी 24 घंटे की रिपोर्ट के अनुसार आंकड़े।

प्रशासन का सख्त रुख
ताजनगरी में लगातार बिगड़ रही आबोहवा को लेकर प्रशासन ने भी सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। जिलाधिकारी ने बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाओं से घरों में रहने की अपील की है। घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाने के लिए कहा है। 15 वर्ष से पुरानी गाडिय़ों की धरपकड़ के लिए परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस को निर्देशित किया गया है। अगर कोई कूड़ा जलाता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

1. कंस्ट्रक्शन साइट पर रूल्स हों फॉलो: कंस्ट्रक्शन साइट को कवर्ड किया जाए। इसके साथ ही पानी का छिड़काव हो। शहर में कई जगह बड़ेस्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है। इससे आबोहवा में धूल के कण घुल रहे हैं। अगर यहां पानी का समय-समय पर छिड़काव हो तो इसे रोका जा सकता है।

2. हैवी व्हीकल्स की नो एंट्री: बाहरी जिलों और प्रदेशों की ओर जाने वाले वाहनों को शहर में एंट्री नहीं दी जाए। पर्यावरणविद् ब्रज खंडेलवाल ने बताया कि अब भी रात में यमुना किनारे और एमजी रोड से दूसरे प्रदेशों में जाने वाले हैवी व्हीकल्स गुजरते हैं। जबकि इनके लिए बाईपास बने हुए हैं। अगर इन्हें बाईपास से गुजारा जाए तो शहर में होने वाले प्रदूषण को रोका जा सकेगा।

3. टेक्नोलॉजी का हो यूज: प्रदूषण की रोकथाम में टेक्नोलॉजी मददगार साबित हो सकती है। पर्यावरणविद ब्रज खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम के लिए एयर प्यूरीफायर टॉवर लगाए गए हैं। इस तरह के कदम यहां भी उठाने चाहिए। ताज के आसपास इन्हें लगाने की सख्त जरूरत है।

"बुजुर्ग, बीमार, बच्चे और गर्भवती महिलाएं घर के अंदर ही रहें। बहुत जरूरी होने पर घर से बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं। कोई भी कूड़ा नहीं जलाए। अगर कोई कूड़ा जलाता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। "
प्रभु एन। ङ्क्षसह, डीएम, आगरा

Posted By: Inextlive