आगरा. थाना सिकंदरा के रुनकता स्थित रेणुका घाट पर शनि देव मंदिर पर भंडारा खाने गए दो बच्चे यमुना में डूब गए. बच्चों के डूबने की सूचना पर परिवार में कोहराम मच गया. सूचना पर कस्बा के सैकडों लोग और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया. कई घंटे तलाश करने के बाद भी दोनों बच्चों के शव नहीं मिल सके. बच्चों के पिता चांद गांव में फेरी लगाकर पेट पालन करते हैं.

घाट पर नहाने के लिए उतरे बच्चे
घटना शनिवार दोपहर 3 बजे की है। रमजान उम्र करीब 6 वर्ष इसराइल उम्र करीब 8 वर्ष पुत्र चांद यमुना के रेणुका घाट स्थित शनि देव मंदिर पर दोपहर में भंडारा खाने के लिए गए थे। इनके साथ मौसी का लड़का अबरार पुत्र इकबाल उम्र करीब 10 वर्ष भी गया था। खेलते हुए शनिदेव मंदिर की बगल में बने चामड माता के मंदिर वाले घाट पर यमुना में दोनों बच्चे नहाने के लिए सीडीओ से उतर गए।

गोताखोरों को तलाशने में जुटी पुलिस
यमुना में पानी के तेज बहाव के चलते दोनों बच्चे बह गए। अबरार ने रोते हुए घर के लिए दौड़ लगा दी। घर जाकर बताया कि दोनों भाई यमुना में डूब गए। सूचना पर सैकड़ो लोग पहुंच गए। प्राइवेट गोताखोर भी मौके पर आ गए लेकिन दोनों बच्चों के शव नहीं मिल सके सूचना पर थाना सिकंदरा की रुनकता पुलिस भी पहुंच गई। शाम होने तक पुलिस और गोताखोर शव तलाशने में जुटे हैं।


घाट के पास लगे हैं पीएसी के कैंप
रेणुका धाम के पास पीएसी 15 वीं वाहिनी के कैंप लगा है। ताजगंज क्षेत्र में मैट्रो कार्य के निर्माण को ध्यान में रखते हुए शनि देव मंदिर पर बने घाट पर पीएसी को शिफ्ट किया गया था। तैनात पीएसी के जवानों का काम घाट से यमुना की ओर जाने वाले लोगों को रोकना है। थाना प्रभारी नीरज शर्मा ने बताया कि दोनों बच्चों के परिजनों को सूचना दी गई है, देर-शाम तक उनकी तलाश की गई है।

Posted By: Inextlive