नशीली दवाओं का सेटेलाइट स्टेशन बना आगरा....
आगरा(ब्यूरो)। फिर भी जारी है दवाओं का खेल फुव्वारा देश की सबसे बड़े दवा बाजार में शामिल हैं। फुव्वारा से नकली और नशीली दवाओं का नेटवर्क 18 राज्यों तक फैला है। विदेशों तक प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री करते हुए चिकित्सक, फार्मासिस्ट, दवा कारोबारी पकड़े जा चुके हैं। पिछले दस साल में 156 विक्रेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। 70 से अधिक ड्रग लाइसेंस निरस्त हो चुके हैं, फिर भी दवाइयों का 'खेलÓ बंद नहीं हो सका।
फुव्वारा दवा बाजार में 3600 से अधिक ड्रग लाइसेंसी हैं। 5100 से अधिक कंपनियों के स्टॉकिस्ट, थोक विक्रेता व रिटेलर हैं। दिल्ली, जयपुर, ग्वालियर और अलीगढ़ तक से दुकानदार दवाइयां खरीदने आते हैं। दवाइयों की आड़ में नशे का कारोबार भी पांव पसार चुका है।
सीरप, नींद की गोलियों का कारोबार
नारकोटिक्स प्रतिबंधित कफ सीरप, नींद व दर्द की गोलियां, एंटीबायोटिक इंजेक्शन के अलावा अन्य दवाइयों का कारोबार फुव्वारा स्थित मुबारक महल मार्केट से चल रहा है। मुबारक महल मार्केट में सैंपल की दवाइयों, बिना बिल की दवाइयां आधी कीमत पर बिकती हैं।
आगरा से इन राज्यों में सप्लाई दवाएं
आगरा से नशीली व नकली दवाइयां पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, गोवा, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद, असम, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात तक पकड़ी गई दवाओं का फुव्वारा कनेक्शन रहा है। कमला नगर थाना क्षेत्र में अरोड़ा बंधुओं को दवा माफिया घोषित किया जा चुका है।
वर्ष 2021 में राजौरा बंधुओं द्वारा एक्सपायर्ड दवाओं को रीपैकिंग करके बेचने का मामला सामने आया था। आवास विकास कॉलोनी निवासी प्रदीप राजौरा और धीरज राजौरा एक्सपायर और नकली दवाओं को आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, हाथरस, कासगंज और अलीगढ़ में सप्लाई करते थे। उनकी हर जिले में लाखों रुपए की दवाएं सप्लाई होती थीं। दवाओं की बिक्री के सख्त रूल्स
नार्कोटिक्स ड्रग्स साइकोट्रोपिक सब्सटेंस ऐक्ट-1985 के तहत दवाओं की ब्रिकी के सख्त नियम हैं। नार्कोटिक्स की दवाओं में नींद की टैबलेट से लेकर दर्द निवारक इंजेक्शन तक हैं। ये शिड्यूल एच में आते हैं। मेडिकल स्टोर संचालक इन दवाओं के खरीददारों का ब्योरा शिड्यूल-एच रजिस्टर में नहीं दर्ज कर रहे हैं।
दस गुना अधिक रेटों में खरीदारी
नारकोटिक्स दवाओं के थोक कारोबारी मेडिकल स्टोर के नाम पर फर्जी बिल बनाकर नार्कोटिक्स दवाओं को नशीली दवाओं का अवैध कारोबार करने वाले अधिक रेटों में बेच देते हैं। नशा करने वाले लोग इन दवाओं को दस गुना से भी अधिक दाम में खरीदते हैं।
रजौरा बंधु और विक्की अरोड़ा गैंग नशीली और नकली दवाओं के अवैध कारोबार के लिए कुरियर एजेंसी की मदद लेता था। कुरियर एजेंसी सामान का बिल काटकर उसकी जगह दवाएं रखकर पहले उसे आगरा से दूसरे राज्यों में फर्जी पते पर भेजती थीं। जहां से पंजाब और हरियाणा में इन दवाओं को सप्लाई किया जाता था। नमूने नहीं होते जांच में फेल
ड्रग माफिया ब्रांडेड दवाओं की हूबहू पैकिंग पर असली बैच नंबर छपवाते हैं। इस पैकेजिंग में नकली दवाएं बेचने के साथ ब्रांडेड दवाओं की सस्ती जेनेरिक दवाएं पैक करके ब्रांडेड दवाओं के दाम में बेच दी जाती हैं। डुप्लिकेट पैकेजिंग में उसी दवा की जेनेरिक दवा होने के कारण नमूने जांच में फेल नहीं होत हैं। जीएसटी विभाग ने 3 पकड़ी फर्जी
आगरा से नशीली दवाएं आटे और दाल की बोरियों में भरकर पंजाब और हरियाणा में आटे और दाल के नाम पर रजिस्ट्रेशन फर्जी फर्मों पर भेजी जा रही थीं। जीएसटी विभाग ने ऐसी ही तीन फर्मों को पकड़ा था।
दवाओं से हटाते थे मुहर और लेवल
आगरा के गुलाब खान, काला महल निवासी अनिल करीरा देश भर से सरकारी अस्पतालों में सप्लाई होने वाली दवाएं, सैंपल की दवाएं का अवैध ढंग से जयपुरिया गैंग के लिए इंतजाम करता था। उन दवाओं की मुहर और लेवल को हटाकर उन पर मनमाना दाम लिखकर देहात के इलाकों में बेच दिया जाता था।
26 जुलाई, 2020
-पंजाब की बरनाला पुलिस ने 11 राज्यों में नशा तस्करी करने वाले आगरा के गैंग का भंडाफोड़ किया। 29 जुलाई, 2020
-पंजाब पुलिस ने आगरा गैंग से जुड़े नशे की दवाओं की तस्करी के मास्टरमाइंड हरीश भाटिया को पश्चिमी बंगाल से गिरफ्तार किया। आगरा में विक्की अरोड़ा के अवैध गोदाम से 12 करोड़ रुपए की दवाएं बरामद
16 अगस्त, 2020
-एसटीएफ ने आगरा से सिकंदरा इलाके से 70 लाख रुपए की कीमत के फेन्सीड्रिल कफ सिरप को अवैध ढंग से सिलिगुड़ी ले जा रहे ट्रक को आजमगढ़ में पकड़ा।
10 दिसंबर, 2020
-औषधि प्रशासन विभाग ने आगरा में गोगिया मार्केट फव्वारा में दो दवा की बड़ी दुकानों पर छापा मारकर करीब 35 करोड़ रुपए की गर्भपात किटों के अवैध धंधे का खुलासा किया।
15 दिसंबर, 2020
-पंजाब की अमृतसर पुलिस ने थाना कत्थूनंगल क्षेत्र से तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 40 लाख रुपए की कीमत वाली तीन लाख 46 हजार नशीली गोलियां बरामद की थीं। 19 दिसंबर, 2020
-दिल्ली के नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और ड्रग विभाग ने बल्केश्वर में इंटरस्टेट ड्रग तस्कर पंकज गुप्ता के गोदाम में छापा मारकर पांच करोड़ रुपए की नशे की दवाइयां और गर्भपात किट जब्त कीं। 21 जनवरी, 2021
-न्यू आगरा के एसएस डिग्री कॉलेज में दवाओं का अवैध गोदाम पकड़ा गया। वहां गल्र्स रूम के बाथरूम से करीब 10 लाख रुपए से अधिक की दवाएं पाई गईं थीं। 14 फरवरी, 2021
नौ राज्यों में दवा की तस्करी करने वाले पंकज गुप्ता को खंदारी इलाके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। 25 नवंबर, 2022
-नारकोटिक्स विभाग ने मोबित बंसल के गोदाम में छापा, सवा करोड़ रुपए की दवाएं की बरामद 01 सितंबर, 2022
-नकली दवाओं को रोकने का दवा कंपनियों जुटाए सबूत, बिल के आधार पर दुकानदार पर कार्रवाई 8 जुलाई, 2022
-सिकंदरा और जगदीशपुरा क्षेत्र में दो फैक्ट्री में कार्रवाई, पांच करोड़ रुपए की दवाएं की बरामद
आगरा में 10 साल में कार्रवाई
-दवा विक्रेताओं के खिलाफ केस किए दर्ज
156
-ड्रग लाइसेंस अब तक किए निरस्त
76
-आगरा से दूसरे राज्यों में सप्लाई
18 -दस साल में बरामद दवाएं
50 करोड़ से अधिक