आखिर मिल ही गई यूनिवर्सिटी को स्थाई कुलपति
आगरा। डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के बीएएएमएस और एमबीबीएस कॉपी बदलने के प्रकरण के बीच कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने नए कुलपति की नियुक्ति की है। चार दिन पहले ही कुलाधिपति ने यूनिवर्सिटी के कई कैंपस का जायजा लिया था। उन्होंने प्रभारी कुलपति से यूनिवर्सिटी की छवि को लेकर नाराजगी भी व्यक्त की थी। प्रो.आंशु रानी को कुलपति बनाने का आदेश राजभवन से जारी किया गया है, वह कोटा यूनिवर्सिटी में कै मिस्ट्री प्रोफेसर रही हैं।
स्थाई कुलपति से स्टूडेंट्स का मिली राहत
यूनिवर्सिटी मेंं 5 जुलाई से 2021 से कुलपति का पद रिक्त चल रहा था। 5 जुलाई 2021 को तत्कालीन कुलपति प्रो। अशोक मित्तल को वित्तीय अनियमितता के चलते पद से हटा दिया गया था। उनकी जगह पर उस समय प्रभारी कुलपति के रूप में लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो। आलोक राय को भेजा गया था। माना जा रहा था कि प्रो। अशोक मित्तल पर चल रही जांच के बाद उनकी वापसी हो जाएगी, लेकिन दिसंबर 2021 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इस बीच यूनिवर्सिटी में समस्या लेकर आने वाले स्टूडेंट्स को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा था। यूनिवर्सिटी को स्थाई कुलपति मिलने से राहत मिली है।
लगातार मिल रही थी अनियमितता की कंप्लेन
24 जनवरी 2022 को यूनिवर्सिटी के कुलपति तो बदले, लेकिन तब भी स्थायी कुलपति नहीं आए। छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो। विनय पाठक को नया प्रभारी कुलपति बनाया गया। वर्तमान में प्रो। विनय पाठक आगरा यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुलपति का पद संभाल रहे थे। उन्हें भी इस पद पर सात महीने हो गए। उनके कार्यकाल में पहले मुख्य परीक्षा में पेपर लीक का मामला हुआ। अब बीएएमएस की कॉपी ही रास्ते में बदलने का मामला सामने आया है। इसके साथ परीक्षा में नकल के भी मामले सामने आए हैं।