तीन जोन में एक्टिव साइबर सेल एक्सपर्ट, नगर के साथ पूर्वी और पश्चिमी जोन में की जिम्मेदारी के लिए दरोगा, कांस्टेबल नियुक्त
आगरा(ब्यूरो)। शहर में साइबर क्राइम की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है, साइबर ठग लोगों के खाते खाली कराने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं, ठगी का शिकार हो रहे लोग अपनी शिकायत को लेकर जानकारी के अभाव में एक स्थान से दूसरे स्थान पर भटकते नजर आते थे। कहीं देहात के थानों से उनको पुलिस लाइन साइबर सेल, रेंज साइबर थाने में भेज दिया जाता था। सर्विलांस सेल और साइबर सेल के खुलने से यहां रहने वाले लोगों को राहत मिल सकेगी।
दर्ज करा सकेंगे अपनी कंप्लेन
पूर्वी और पश्चिमी जोन में रहने वाले लाखों लोग अपनी शिकायत जोन में एक्टिव साइबर सेल में करा सकेंगे। जहां सर्विलांस की सहायता से ऑनलाइन ठगी के आरोपियों पर शिकंजा कसने का कार्य किया जाएगा। वहीं आसानी से अपनी बात रख सकेंगे। अगर, समय रहते शिकायत की जाती हंै तो खाते से निकली रकम को रिकवर भी किया जा सकेगा।
सेल पर कम होगा भार
जिले में आर्थिक अपराध से निपटने के लिए नई कमिश्नरेट का गठन किया गया है, इसके अंतर्गत नवागत कमिश्नर डॉ। प्रीतिंदर सिंह ने मंगलवार को नई कमिश्नरेट के गठन के बाद तीन जोन में साइबर और सर्विलांस सेल खोलने के लिए स्टाफ को नियुक्त किया है। इससे जिला साइबर सेल का भार कम होगा। वर्तमान में जिला साइबर सेल में एक निरीक्षक के साथ चार कांस्टेबल नियुक्त हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साइबर क्राइम या ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को रोकने और इनकी शिकायत दर्ज कराने के लिए एक नेशनल हेल्पलाइन नंबर (155260) जारी किया है। आप धोखाधड़ी की शिकायत इस नंबर पर दर्ज करा सकते हैं। वहीं 1930 नंबर पर भी कॉल कर सकते हैं। यदि आप ऐसे किसी अपराध के शिकार होते हैं तो सबसे पहले इस नंबर पर कॉल करें। इसके अलावा आप गृह मंत्रालय के साइबर पोर्टल पर भी इसकी शिकायत कर सकते हैं।
जल्द से जल्द करें ठगी की कंप्लेन
जब भी आपके साथ ऐसी कोई घटना होती है तो उसके शुरुआती दो-तीन घंटे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसे में आप जितना जल्दी रिपोर्ट करेंगे साइबर टीम उतना ही जल्दी एक्शन लेगी। इससे आपके पैसे वापस आने की संभावना भी बढ़ जाती है।
इस तरह काम करती है हेल्पलाइन
आप जैसे ही किसी ऑनलाइन ठगी की सूचना देते हैं, वैसे ही साइबर टीम अलर्ट हो जाती है। सबसे पहले वह संबंधित बैंक से संपर्क करती है और आपके एकाउंट से पैसे जिस एकाउंट में ट्रांसफर किए गए हैं, उसे होल्ड कर देती है। इससे होता यह है कि जिस व्यक्ति ने आपके साथ धोखाधड़ी की है, वह उन पैसों का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। वह न तो पैसे निकाल पाएगा और न ही किसी और एकाउंट में ट्रांसफर कर पाएगा।
-एक, उप निरीक्षक, अंकुश मलिक
-एक एचसीपी
-आठ पुलिस कांस्टेबल पूर्वी जोन में नियुक्ति
-एक, उपनिरीक्षक, रामनरेश यादव
-दो एचसीपी
-आठ पुलिस कांस्टेबल पश्चिमी जोन में नियुक्ति
-उप निरीक्षक, सचिन कुमार, राजकुमार गिरि
-तीन एचसीपी
-सात पुलिस कांस्टेबल
जनवरी से अक्टूबर तक 2022 तक साइबर क्राइम
-154
-अब तक जेल भेजे गए साइबर क्रिमिनल्स
73
-बैंक खातों में होल्ड की ठगी की रकम
64 लाख रुपए
-रिश्तेदार बनकर की अधिकतर साइबर ठगी
74
-सस्ते ब्याजदर पर लोन के नाम पर ठगी
50
-अन्य मामलों में की साइबर ठगी
30
तीन जोन में साइबर सेल, सर्विलांस सेल बनाए जाएंगे, इससे पूर्वी, पश्चिमी और नगर जोन के साइबर ठगी का शिकार लोगों को राहत मिल सकेगी। तीनों जोन में सबइंस्पेक्टर, एचसीपी और कांस्टेबल की नियुक्ति की गई है।
डॉ। प्रीतिन्दर सिंह, पुलिस कमिश्नर