एसएन मेडिकल कॉलेज से चार सितंबर को फरार हुआ कासगंज के जिला कारागार का बंदी राजस्थान के कोटा में अपनी ससुराल में छिपा था. सोमवार को एमएम गेट थाना पुलिस की टीम वहां पहुंच गई. आरोपी को गिरफ्तार कर आगरा लाई. इसके बाद कोर्ट के आदेश पर जेल भेजा गया है.

आगरा। एटा के जलेसर क्षेत्र में स्थित गांव मोहब्बतपुर निवासी नीरू को 16 अगस्त को जिला कारागार कासगंज से उपचार के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज में भेजा गया था। यहां उसका उपचार चल रहा था। उसकी सुरक्षा में बंदी रक्षक तैनात थे। आरोपी चार सितंबर को नहाने के बहाने व्हीलचेयर से बाथरूम की ओर गया। व्हीलचेयर छोड़कर फरार हो गया।

पुलिस लगी थी आरोपी की तलाश में

इस मामले में जेल वार्डन सुरेंद्र ङ्क्षसह ने थाना एमएम गेट में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस आरोपी की तलाश में लगी थी। एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी के कोटा में होने की सूचना मिली थी। कोटा पुलिस की मदद से आरोपी नीरू को उसकी ससुराल कोटा से पकड़ लिया गया। एमएम गेट थाने में लाने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर सोमवार शाम को जेल भेज दिया गया है। नीरू के विरुद्ध एटा के थाना कोतवाली में मारपीट और दुष्कर्म का मुकदमा लिखा गया था। इस मामले में वह एटा जिला कारागार में बंद था। व्यवहार ठीक नहीं होने के कारण उसे फतेहगढ़ जेल स्थानांतरित कर दिया गया, मगर वहां भी शिकायत हुईं। इस पर उसे कासगंज जिला कारागार में भेज दिया गया था।

कहीं नहीं मिली शरण तो पहुंचा ससुराल
इंस्पेक्टर एमएम गेट अवधेश अवस्थी के अनुसार एसएन मेडिकल कॉलेज से भागने के बाद नीरू हाईवे पर पहुंचा था। वहां से बस में बैठकर बिना टिकट यात्रा कर हाथरस में रिश्तेदार के घर पहुंचा। रिश्तेदार ने उसका साथ नहीं दिया। इसके बाद वह सड़कों पर भटकने लगा। गांव में भी गया था, लेकिन उसे पता चला कि वहां पुलिस पहुंच गई है। ऐसे में वहां से लौट आया, तब से हाथरस, कासगंज, एटा में भटक रहा था। रुपए नहीं होने की वजह से भूखा भी रहना पड़ा। कुछ दिन पहले वह गांव गया था, मगर घर नहीं गया। उस समय पता चला कि पत्नी मायके कोटा गई है। इस पर वो पत्नी से मिलने ट्रेन में बिना टिकट बैठकर कोटा पहुंच गया।

Posted By: Inextlive