विदेशों में यूनिवर्सिटीज देश के बजट बनाने में सहयोग करती हैैं. अपने देश में ऐसा नहीं होता है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दिशा में काम किया है. उन्होंने स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम शुरू करने की पहल की है. इसके साथ ही स्टूटेडंट्स को स्टडी के दौरान ही जॉब ट्रेनिंग कराने की पहल की जा रही है.

आगरा(ब्यूरो)। इसी दिशा को हमें और आगे बढ़ाया जाए। स्टूडेंट्स को इनोवेटिव बनाया जाए। यह सब उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहीं। उन्होंने स्टूडेंट्स को डिग्री और मेडल प्रदान करके बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और समाज व देश के लिए सेवा करने को कहा।

शोध की दिशा में पीछे
कुलाधिपति ने कहा कि हमारे यहां की यूनिवर्सिटी शोध की दिशा में पीछे हैैं। हमें इस दिशा में आगे बढऩा होगा। उन्होंने एग्जांपल देते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में चिनार नदी पर रेलवे ब्रिज बनाया गया है। जो 359 मीटर ऊंचा है। यह पेरिस के एफिल टावर से 23 मीटर ऊंचा है। ऐसे प्रोजेक्ट्स पर हमारे इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ट्रेनिंग के लिए जा सकते हैैं। उन्हें ऐसे प्रोजेक्ट पर 15-15 दिन की ट्रेनिंग के लिए भेजना चाहिए। इससे स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री का एक्सपोजर मिलेगा। इससे युवा इंजीनियर इनोवेटिव बनेंगे और देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।


30 परसेंट नया सिलेबस
कुलाधिपति ने कहा कि मैैंने खुद स्टूडेंट्स को पढ़ाया है। कई दशकों तक स्टूडेंट्स को एक जैसा सिलेबस पढ़ाया जाता है। जबकि हर साल स्टूडेंट्स के सिलेबस को अपडेट करना चाहिए। 30 परसेंट तक सिलेबस नया होगा तो स्टूडेंट नया सीखेंगे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति इसी को लागू करने का फॉर्मूला है। यूनिवर्सिटी के शिक्षक भी इसी कार्य में जुट जाएं। स्टूडेंट्स को नई व स्किलफुल चीजें सिखाएं। उद्योगों में स्टूडेंट्स की रूचि बढ़ाने के लिए चलाई जा रही सरकार की योजनाओं को स्टूडेंट्स तक पहुंचाएं।


यूनिवर्सिटी का पुराना गौरव वापस लाएं
कुलाधिपति ने कन्वोकेशन समारोह में कहा कि डॉ। बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी कुछ ही वर्षों में अपने सौ साल पूरे कर लेगी। यूपी में दो-चार यूनिवर्सिटी ही इतनी पुरानी हैं। इस यूनिवर्सिटी का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। यहां से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, चौधरी चरण सिंह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और अजीत डोवाल जैसे विद्वान निकले हैैं लेकिन आप लोगों ने यूनिवर्सिटी की छवि को खराब करते हुए बदल दिया है। कुलपति तो अपना कार्यकाल पूरा करके चले जाते हैैं। आप लोग तो 30-35 साल से यहीं पर हैैं। आप सभी का यहां पर काम करने से मिलने वाले वेतन से घर चलता है। तो आप लोग सोचें और अगले दस साल में यूनिवर्सिटी के पुराने गौरव को लौटाएं। अगले दस साल में क्या काम करेंगे इसका विजन डॉक्यूमेंट मेरे समक्ष प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि जो लोग काम करने के इच्छुक हैैं, उन्हें अच्छे कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करें।


हमें स्टूडेंट्स को देश की सेवा के लिए तैयार करना है। उन्हें इनोवेटिव बनाएं। युवाओं के इनोवेशन का उपयोग करें। इससे देश आगे बढ़ेगा और यूनिवर्सिटी का नाम रोशन होगा।
- आनंदीबेन पटेल, राज्यपाल, यूपी

Posted By: Inextlive