छह माह पहले दीवानी में पुलिस अभिरक्षा से फरार हुआ गैंगस्टर विनय श्रोतिया आगरा के साथ फिरोजाबाद एटा और मथुरा पुलिस का भी सिरदर्द था. आगरा पुलिस की अलग-अलग टीम ने कई माह तक आसपास के जिलों में डेरा डाला. उसके साथियों को तो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन गैंगस्टर हाथ नहीं आया था. एसटीएफ की टीम ने सोमवार रात सिकंदरा क्षेत्र में मुठभेड़ में उसे मार गिराया जबकि उसका साथी मौके से फरार हो गया. एसटीएफ अब उसकी तलाश कर रही है.

आगरा। फिरोजाबाद के लाइन पार थाना क्षेत्र में रूपसपुर निवासी गैंगस्टर विनय श्रोतिया जानलेवा हमले के मामले में दिसंबर 2018 से जिला जेल में बंद था। 13 जुलाई 2022 को वह दीवानी में पुलिस अभिरक्षा से फरार हुआ था। साथी की बाइक पर बैठकर फरार हुए गैंगस्टर की लोकेशन इगलास तक मिली थी। इसके बाद वह कहां गया? इसकी जानकारी नहीं हो पा रही थी। पुलिस ने उसके साथी फिरोजाबाद के रसूलपुर निवासी सोनू कुशवाह, नीरज, ङ्क्षमटा यादव, राहुल कश्यप, रिषभ समेत सात को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

कई जिलों में तलाश कर रही थी टीम
विनय पर आईजी नचिकेता झा ने घटना के दूसरे दिन ही 50 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस की टीम तलाश में फिरोजाबाद, एटा, अलीगढ़ और मथुरा में गईं। एसटीएफ आगरा यूनिट भी तलाश में लगी थी। सोमवार देर रात एसटीएफ को जानकारी मिली कि गैंगस्टर विनय मथुरा से सिकंदरा की ओर आ रहा है। एसटीएफ ने उसे अकबरा गांव के पास सीमेंट फैक्ट्री के सामने घेर लिया। गैंगस्टर एक बाइक पर साथी के साथ था। एसटीएफ की घेराबंदी पर उसने फायङ्क्षरग कर दी। एसटीएफ की जवाबी फायङ्क्षरग में गोली लगने से वह नीचे गिर गया और उसका साथी बाइक छोड़कर फरार हो गया। एसटीएफ की टीम उसे हॉस्पिटल लेकर पहुंची, वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

असलाह किया बरामद
एसटीएफ के सीओ उदयप्रताप ङ्क्षसह ने बताया कि विनय श्रोतिया के विरुद्ध आगरा, फिरोजाबाद, एटा और मथुरा में 46 मुकदमे की जानकारी मिली है। उस पर आगरा जनपद से 50 हजार और मथुरा से 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित था। मुठभेड़ में मारे गए गैंगस्टर के पास से .32 बोर की पिस्टल, चार कारतूस, एक तमंचा, उसके कारतूस के साथ ही दिल्ली नंबर की अपाचे बाइक व 1560 रुपए बरामद हुए हैं। ङ्क्षसकदरा थाने में इस संबंध में दो मुकदमे पंजीकृत कराए गए हैं।

जेल से रची थी फरारी की साजिश
विनय ने दीवानी परिसर से फरार होने की साजिश जेल में रहकर रची थी। जिसके लिए उसने फेसबुक मैसेंजर पर मैसेज भेजकर एवं वीडियो कॉल पर साथियों से बात की थी। कुख्यात ने पेशी पर दीवानी आने से पहले 13 जुलाई 2022 को जेल के पीसीओ से साथी सोनू के मोबाइल पर फोन किया था। छानबीन में आरक्षी अनुज प्रताप की लापरवाही पाई गई थी।

चाचा-भतीजे साथ करते थे वारदात
विनय के साथ उसका चाचा जयप्रकाश उर्फ जिज्जू भी बदमाश है। उसके खिलाफ हत्या समेत कई संगीन धाराओं में अभियोग पंजीकृत हैं। लगभग डेढ़ साल पहले वह जेल से छूटा है। विनय 2018 में आगरा जेल जाने से पहले गांव आता-जाता रहता था। चाचा भी फिलहाल गायब है।


विनय श्रोतिया के विरुद्ध आगरा, फिरोजाबाद, एटा और मथुरा में 46 मुकदमे की जानकारी मिली है। उस पर आगरा जनपद से 50 हजार और मथुरा से 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित था।
उदयप्रताप सिंह, सीओ, एसटीएफ

Posted By: Inextlive