शहर में मेट्रो का संचालन भले ही अभी शुरू न हुआ हो लेकिन बंदरों ने इस प्रोजेक्ट पर नजर टेढ़ी कर ली है. बंदरों के आतंक से बचाव के लिए मेट्रो मैनेजमेंट की ओर से भी प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. डिपो परिसर में लंगूर के कटआउट लगाए गए हैं.


आगरा(ब्यूरो)। शहरभर में बंदरों का आतंक है। बाजार से लेकर घर, ऑफिस से लेकर हॉस्पिटल तक हर जगह बंदरों की पहुंच है। शहर को बंदरों से मुक्ति दिलाने के लिए नगर भी लगातार कवायद कर रहा है लेकिन बंदरों की धमाचौकड़ी से राहत नहीं मिल सकी है। शहर में निर्माणाधीन मेट्रो प्रोजेक्ट भी बंदरों के निशाने पर आ गया है। मेट्रो डिपो में बंदर उत्पात करते हैं। ऐसे में डिपो में लंगूरों के कटआउट लगाए गए हैं। इन कटआउट में लंगूरों की आवाज वाला साउंड भी लगाया गया है।

लखनऊ में कारगर रही तरकीब
यूपी मेट्रो की ये तरकीब कारगर है। लखनऊ में भी मेट्रो को बंदरों से बचाने के लिए इसी तरह की कवायद की गई थी। यहां स्टेशनों पर पैसेंजर्स को बंदरों के हमले से बचाने और स्टेशन परिसरों को सुरक्षित रखने के लिए इसी तरह के लंगूरों के कटआउट और साउंड का इस्तेमाल किया गया, जो काफी हद तक कारगर रही। इसके बाद इसका आगरा में इस्तेमाल किया गया है। अब भी डिपो में लंगूरों के चार कटआउट लगाए गए हैं।

आगरा शहर में बंदरों की दहशत से लोगों को जल्द ही राहत मिलेगी। इन बंदरों को नगर निगम जंगल भेजेगा।

शहर में रच-बसे बंदरों को जंगल हो सकती हैं परेशानी

बंदरों का यहां अधिक आतंक
- ताजमहल
- एसएन मेडिकल कॉलेज
- जिला अस्पताल
- आगरा फोर्ट
- कैंट स्टेशन
- राजामंडी स्टेशन
- कलक्ट्रेट
- जयपुर हाउस

बंदरों को पकडऩे लिए होगा टेंडर
नगर निगम के रिकॉर्ड के मुताबिक आगरा में वर्ष 2017 की गणना के अनुसार करीब 10 हजार बंदर थे। पिछले कुछ सालों में 4 से 5 हजार बंदरों की संख्या और बढ़ी है। पिछले दिनों नगर निगम ने स्कूल-कॉलेज, हॉस्पिटलों और रेलवे स्टेशनों, सरकारी दफ्तरों के आसपास बंदरों का पकडऩे के लिए अभियान चलाया था। मई-जून में नगर निगम ने 500 बंदरों को पकड़कर जंगल में छोड़ा था। अब नगर निगम फिर से अभियान शुरू करने की तैयारी में जुट गया है। अब बंदरों को वैक्सीनेशन के बाद जंगल में छोड़ा जाएगा। इसके लिए हाल ही नगर निगम की ओर से वन विभाग से जंगल के बारे में जानकारी की गई थी, जहां बंदरों को छोड़ा जा सके।

ये हैं भूमिगत स्टेशन
ताजमहल
आगरा किला
जामा मस्जिद
आगरा कॉलेज
एसएन कॉलेज
राजा की मंडी
आरबीएस कॉलेज

मेट्रो पर एक नजर
लंबाई
29.4 किमी

कॉरिडोर
दो

स्टेशंस
27

डिपो
पीएसी परिसर
कालिंदी विहार

आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट एक नजर में
- 8262 करोड़ रुपए मेट्रो की कुल लागत
- 112 करोड़ रुपए से मेट्रो का पहला डिपो बन रहा है.
- 372 करोड़ रुपए से मेट्रो के तीन स्टेशन ताज पूर्वी गेट, बसई और फतेहाबाद रोड बन रहे हैं
- 1850 करोड़ रुपए से मेट्रो के सात भूमिगत स्टेशनों का निर्माण होगा
- 30 किमी करीब लंबा मेट्रो ट्रैक होगा
- 14 किमी सिकंदरा तिराहा से ताज पूर्वी गेट तक पहले कॉरिडोर की लंबाई
- 16 किमी आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से काङ्क्षलदी विहार तक दूसरे कॉरिडोर की लंबाई
- 22.5 किमी लंबा एलीवेटेड ट्रैक होगा
- 7.5 किमी लंबा भूमिगत ट्रैक होगा
- 27 टोटल मेट्रो ट्रैक पर स्टेशन
- 20 एलीवेटेड
- 7 अंडरग्राउंड स्टेशन
- 2 मिनट में एक किमी का सफर तय करेगी मेट्रो


बंदरों से बचाव के लिए लखनऊ में ये प्रयोग किया गया था, जो कारगर साबित हुआ। अब इसका इस्तेमाल आगरा में भी किया जा रहा है। लंगूर के कटआउट लगाने के साथ साउंड भी लगाया गया है, जिससे बंदर भाग जाते हैं.
पंचानन मिश्रा, डिप्टी जनरल मैनेजर, जनसंपर्क, यूपी मेट्रो

Posted By: Inextlive