'स्मार्ट सिटी सिर्फ कागजों में'
आगरा(ब्यूरो)। मौके पर कोई भी बदलाव नहीं दिख रहा है। यहां तक स्मार्ट सिटी प्रशासन और नगर निगम के कार्यों में कोई भी को-ऑर्डिनेशन नहीं है। कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने नगरायुक्त को एक माह में सफाई सहित अन्य कार्य में बदलाव की मोहलत दी।
चालान भी सही से नहीं हो रहेकमिश्नरी सभागार में आयोजित बैठक में कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा नगर निगम, सभी नगर पंचायतों और नगर पालिका परिषदों के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 283 करोड़ रुपए से बने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से ठीक तरीके से ई-चालान नहीं हो रहे हैं। सड़कों और फुटपाथ से अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है। उन्होंने नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल से कहा कि क्विक रेस्पांस टीमों का गठन किया जाए। यह टीमें प्रभावी तरीके से कार्य करें। नालों और नालियों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।
जलभराव की समस्या को किया जाए दूर
कमिश्नर ने कहा कि नगर निगम, नगर पंचायतों और नगर पालिका परिषदों में जलभराव के जो भी स्थल हैं। उन्हें चिन्हित किया जाए। जलभराव की समस्या के निराकरण को लेकर प्रस्ताव तैयार किए जाएं। खत्म होंगे डलावघरमंडलायुक्त ने कहा कि बारी-बारी से सभी डलावघरों को खत्म किया जाएगा। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन को बेहतर तरीके से पूरा कराया जाए।
यह भी दिए आदेश - शहर के सभी प्रवेश द्वार को विकसित किया जाएगा। - आठ दिनों में स्ट्रीट वेंङ्क्षडग जोन को चिह्नित किया जाए। - सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाए। - सड़कों की ठीक तरीके से मरम्मत कराई जाए। - स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 के मानकों का पालन कराया जाए। - सीवर समस्याओं को जल्द निस्तारित किया जाए। - सभी नगर पंचायतों और नगर पालिका परिषदों में सफाई सहित अन्य पर ध्यान दिया जाए। - शिकायतों का निस्तारण ठीक तरीके से किया जाए। - शौचालयों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। - कूड़ा उठान और उसका निस्तारण ठीक तरीके से कराया जाए। - जलापूर्ति को लेकर जो भी शिकायतें आ रही हैं। उन पर विशेष ध्यान दिया जाए।