'पहले ईंट की हो जांच, फिर सड़क निर्माण
प्रक्रिया की ली जानकारी
सभापति ने जिला पंचायत द्वारा दुकान व मार्केट बनाने, आवंटन मानक संबंधी प्रक्रिया की जानकारी की। बताया गया कि डीएम सर्किल रेट पर आवंटन राशि निर्धारित की जाती है और इसके बाद टेंडर से प्रक्रिया पूरी होती है। बटेश्वर में दुकान आवंटन में पारदर्शिता न बरते जाने की शिकायत मिलने पर टीम बनाकर एक माह में जांच करने तथा रिपोर्ट देने के कड़े निर्देश दिए। दोषी पाए जाने पर रिकवरी करने को कहा। फतेहाबाद के मेवली कला में सड़क निर्माण की शिकायत को गुणवत्तापूर्ण निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिला पंचायत द्वारा विभिन्न मद में ऑडिट न कराए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। बैठक में बरौली अहीर की रजरई ग्राम पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जा, एत्मादपुर की अहारन ग्राम पंचायत में विकास कार्यों हेतु आई राशि अवमुक्त न करने संबंधी शिकायतों पर भी सभापति ने संज्ञान लिया गया तथा मुख्य विकास अधिकारी को कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
स्ट्रेंथ की लैब में होगी जांच
सभापति ने बताया कि इंटरलॉकिंग ईंट प्लांट से सप्लाई से पूर्व ईंट की स्ट्रेंथ की लैब में जांच करा के ही निर्माण किया जाए, तथा संबंधित सप्लायर से मानक का प्रमाणपत्र लिया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर प्रभावी विकास हेतु पंचायतराज विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है, व्यय की गई धनराशि का ऑडिट ससमय पूर्ण कराएं, पारदर्शिता, जवाबदेही सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि कोई भी आमजन शपथपत्र पर समिति को अपनी शिकायत भेज सकता है उस पर उचित जांच करा समिति द्वारा कार्यवाही की जाएगी। बैठक में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, मुख्य विकास अधिकारी ए। मनिकंडन, जिला पंचायत राज अधिकारी नीतेश भोंडेले, डीसी मनरेगा रामायण यादव आदि मौजूद रहे।