थाना खेरागढ़ के गांव मिर्चपुरा में पुलिस ने 242 किलो विस्फोटक पदार्थ के साथ 431 डेटोनेटर पकड़े हैं. वहीं पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है. पुलिस के अनुसार अगर यह बारूद फटता तो इससे पूरा-पूरा गांव उजड़ जाता. इस विस्फोटक का यूज अरावली की पहाडिय़ों को तोडऩे के लिए किया जाता था.

आगरा (खेरागढ़)(ब्यूरो)। पुलिस ने खुफिया तंत्र की मदद से सोमवार को भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है। अग्निशमन टीम, पुलिस व विस्फोटक निरोधक टीम के साथ मिर्चपुरा निवासी बंटू पुत्र अतर ङ्क्षसह, किशन पुत्र करण ङ्क्षसह कुशवाहा, प्रेमङ्क्षसह पुत्र मुरारीलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बरामद विस्फोटक को विशेषज्ञ की सलाह पर सुरक्षित कर दिया गया है।

अरावली की पहाडिय़ों को तोडऩे में होता था यूज
पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि विस्फोटक बयाना भरतपुर से खरीद कर लाते थे, और क्षेत्र में विक्रय करते थे। इसका यूज वह लोग अरावली की पहाडिय़ों को तोडऩे के लिए के लिए करते थे। पुलिस और भी सख्ती से पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। ताकि इसकी और कडिय़ां निकलकर सामने आ सकें।

अरावली का नामो-निशान मिटाने में जुटे है माफिया
राजस्थान के माफिया अरावली का नामो निशान मिटाने में जुटे हैं, घातक विस्फोटक की मदद से पहाडिय़ों को तोड़ा जाता है, फिर बड़ी-बड़ी पोकलेन व अन्य मशीनों की मदद से खदानों से पत्थर के टुकड़ों को राजस्थान में लगे क्रेशरों तक पहुचाया जाता है। क्रेशरों पर पत्थर के बड़े-बड़े टुकड़ों को छोटे-छोटे टुकड़ों में बदलकर बेचा जाता है।

बड़े पैमाने पर चल रहा है खनन, सो रहे है जिम्मेदार
अरावली की पहाडिय़ों पर बड़े पैमाने ओर खनन हो रहा है .लेकिन जिम्मेदार शहर में बैठकर ही अधिकारियों को रिपोर्ट दे रहे है .वास्तविकता ये है कि पहले पहाडिय़ों की जितनी उचाई थी अब उतनी गहरी हो चुकी है।

धमाके से दहल जाता आगरा
पुलिस अधिकारियों के अनुसार विस्फोटक का नमूना एफएसएल को भेजा गया है। विस्फोटक ब्लैक एंड व्हाइट दो कलर का था। एक अमोनियम सल्फेट और दूसरा काला और दानेदार था। थाना प्रभारी ने बताया कि मकान में विस्फोटक को छिपाकर रखा हुआ था। इसके साथ डेटोनेटर भी रखा हुआ था।

आइए जानते हैं क्या है डेटोनेटर
डेटोनेटर एक ऐसा डिवाइस है जिससे बम एक्टिव हो जाता है। इसको बम का ट्रिगर भी कहते हैं। इसका इस्तेमाल गड्ढा खोदकर छुपाए गए बमों आईईडी (इम्प्रोवाइज एक्सप्लोजिव डिवाइसेस) में किया जाता है। डेटोनेटर से बम की विस्फोटक क्षमता बढ़ जाती है। इस डिवाइस का यूज अधिकतर नक्सली बमों के लिए करते हैं। हालांकि डेटोनेटर भी एक बम का दूसरा रूप है। इस पर यदि पैर लग जाए तो वह हमेशा के लिए खराब हो सकते हैं। डेटोनेटर चार प्रकार के होते हैं। आर्डिनरी डेटोनेटर, इलेक्ट्रिकल डेटोनेटर, नॉन-इलेक्ट्रिक डेटोनेटर और इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर।

टीम में यह रहे शामिल
एसीपी खेरागढ़ पीयूष कांत राय ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिलने के बाद मंगलवार को थाना प्रभारी खेरागढ़ राजीव कुमार, एसआई राजीव कुमार, विमल कुमार, हेड कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र कुमार ने बम-डॉग स्क्वायड और फायर ब्रिगेड टीम के साथ संदिग्ध बंटू के घर में छापा मारा था। जहां से बारूद बरामद हुआ था।

Posted By: Inextlive