होटल व हॉस्पिटल में फायर सेफ्टी के इंतजामों को दुरुस्त करने को लेकर शनिवार को सूरसदन में डीएम नवनीत सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई. होटल संचालकों और हॉस्पिटल संचालकों ने बैठक में अपना पक्ष रखा. बैठक में प्रशासन द्वारा होटलों व हॉस्पिटल्स में फायर सेफ्टी के इंतजामों को दुरुस्त करने को लेकर 15 दिन की और मोहलत दी है.

आगरा(ब्यूरो) बीते दिनों देश में कई होटलों व हॉस्पिटल्स में आग लगने की घटनाएं हुईं। इनके बाद शासन के निर्देश पर होटलों व हॉस्पिटल्स में फायर सेफ्टी के इंतजामों को लेकर सर्वे कराया गया। इसमें अग्निशमन विभाग के सर्वे के आधार पर शहर के छह बड़े हॉस्पिटल और 64 छोटे हॉस्पिटल्स को नोटिस दिया गया था। अब इन्हें 15 दिन की और मोहलत दी गई है।

बैठक में होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन और आईएमए के पदाधिकारियों ने होटल व हॉस्पिटल के भवनों में अग्निशमन मानदंड पूर्ण करने में आ रही व्यवहारिक समस्याओं के बारे में बताया। आईएमए प्रेसिडेंट डॉ। ओपी यादव ने बताया कि क्लीनिकल एस्टाबिलिशमेंट एक्ट(सीईए) के तहत 50 बेड से अधिक बेड वाले हॉस्पिटल्स ने 90 परसेंट तक फायर सेफ्टी के मानक पूरे कर लिए हैैं। उन्हें प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन दे दिए जाएं। यदि हॉस्पिटल्स को बंद करने की नौबत आती है तो सरकार द्वारा चलाई जा रहीं योजनाओं पर भी प्रभाव पड़ेगा और पब्लिक को नुकसान होगा। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने बताया कि कोविड महामारी के बाद होटल व्यवसाय में मंदी की बात कही। उन्होंने कहा कि अग्निशमन मानदंड को पूरा करने के लिए मानदंड में छूट की मांग की।

बेसमेंट में चलने वाले हॉस्पिटल्स पर होगी कार्रवाई
चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि बेसमेंट में आईसीयू व ओटी चलने वाले हॉस्पिटल्स पर कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई हॉस्पिटल ऐसा कर रहा है तो इसे बंद कर दें।

डीएम नवनीत सिंह चहल ने कहा कि अग्निशमन विभाग द्वारा सर्वे कराकर ही होटलों व हॉस्पिटल को नोटिस दिए गये हैं। नोटिस में स्पष्ट लिखा है कि कौन से मानदंड पूरे हैैं और कौन से अधूरे हैैं। छह सितंबर को नोटिस दिए गए। इसके बावजूद मानदंड पूरे नहीं किए गए। लापरवाही व शिथिलता दिखाने की मानसिकता से बाहर निकलना होगा। मानदंड को अग्निशमन विभाग के सहयोग से पूर्ण करें। नेशनल बिल्डिंग कोड ऑफ इंडिया-2016 (एनबीसी) के अनुसार हॉस्पिटल व होटल में फायर सेफ्टी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

यह रहे मौजदू
बैठक में सीनियर सुप्रिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसएसपी) प्रभाकर चौधरी, सीएमओ डॉ। अरुण श्रीवास्तव, एडीए सचिव गरिमा सिंह, एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह, जिला अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र कुमार सिंह, आईएमए प्रेसिडेंट डॉ। ओपी यादव, सेक्रेटरी डॉ। पकंज नगाइच, पूर्व विधायक केशो मेहरा व अन्य मौजूद रहे।
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अग्निशमन विभाग द्वारा सर्वे कराकर ही होटलों व हॉस्पिटल को नोटिस दिए गए थे। लापरवाही व शिथिलता को दूर कर मानकों को पूरा करना होगा।
-नवनीत सिंह चहल, डीएम
बेसमेंट में आईसीयू व ओटी चलने वाले हॉस्पिटलों पर कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई हॉस्पिटल ऐसा कर रहा है तो इसे बंद कर दें।
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

सीईए में आने वाले अस्पतालों ने 90 परसेंट तक मानक पूरे कर लिए हैैं। 15 दिन काफी नहीं हैं। यदि निजी अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन कैंसल होता है तो 80 परसेंट जनता प्रभावित होगी। आयुष्मान जैसी कई योजनाओं पर भी प्रभाव पड़ेगा।
- डॉ। ओपी यादव, प्रेसिडेंट, आईएमए
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06 बड़े हॉस्पिटल को बंद करने का दिया था नोटिस
64 हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे कराकर दिया गया नोटिस

Posted By: Inextlive