रोडवेज की बसों में पैसेंजर्स पॉलीथिन लेकर सफर नहीं कर सकेंगे। यदि बस के अंदर कोई पैसेंजर पॉलीथिन के साथ मिला तो उसके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। बस में पॉलीथिन लेकर सफर ना करने के लिए कंडक्टर्स जहां पैसेंजर्स से अपील करेंगे वहीं बसों में प्रदेश में पॉलीथिन प्रतिबंध के संदेश भी लिखवाए जाएंगे।


- 12500 रोडवेज की बसें प्रदेश में - 15 लाख पैसेंजर्स करते हैं सफर रोजाना - 3 बस अड्डे राजधानी में - पॉलीथिन पर परिवहन निगम पहले रिक्वेस्ट फिर करेगा फाइन - परिवहन निगम पॉलीथिन लेकर सफर करने वालों पर लगाएगा लगाम- अन्य प्रदेशों से आने वाली बसों में पॉलीथिन लेकर आ रहे हैं पैसेंजर्स - प्रदेश में पॉलीथिन बैन होने की नहीं है जानकारी


लखनऊ (ब्यूरो)।
प्रदेश के अंदर चलने वाली बसों में जहां पॉलीथिन का प्रयोग कम हो गया है, वहीं अन्य स्टेट से आने वाली बसों से जमकर पॉलीथिन आ रही है। जानकारी ना होने के कारण लोग वहां से यहां पर पॉलीथिन में सामान लेकर आ रहे हैं। ऐसे में परिवहन निगम पैसेंजर्स से पॉलीथिन का प्रयोग ना करने की अपील करेगा। इसके लिए बसों में तैनात कंडक्टर्स और ड्राइवर्स सफर शुरू करने से पहले पैसेंजर्स को प्रदेश में पॉलीथिन बैन होने की जानकारी देंगे। साथ ही इसका प्रयोग ना करने की अपील करेंगे। इसके साथ ही इन बसों में स्टीकर लगाकर या पेंट करवा कर भी मैसेज दिया जाएगा। बस अड्डों पर लगेंगे डस्टबिन

रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार बस अड्डों पर जल्द ही नगर निगम की हेल्प से दो तरह की डस्टबिन रखवाई जाएगी। इनमें हरे और नीले रंग वाले डस्टबिन शामिल होंगे। बस अड्डों को साफ सुथरा रखने के लिए जल्द ही अभियान की शुरुआत होगी। इसके साथ ही पॉलीथिन को लेकर गाइड लाइन तैयार की जा रही है। इसमें कंडक्टर ऐसे लोगों से जुर्माना वसूलेगा जो बसों में जबरन पॉलीथिन लेकर सफर करेंगे। अभी जुर्माने की धनराशि तय नहीं है। पहली बार जुर्माना और दूसरी बार पकड़े जाने पर डबल जुर्माना हो सकता है। अभियान की शुरुआत सबसे पहले रोडवेज की लग्जरी बस सेवा में शामिल वॉल्वो, स्कैनिया, शताब्दी, जनरथ और वातानुकूलित बसों में की जाएगी।  घर से निकलने वाले कूड़े में भी दिखी पॉलीथिन तो लगेगा जुर्मानाप्रदेश में पॉलीथिन पर प्रतिबंध लग चुका है। ऐसे में रोडवेज बसों में पॉलीथिन को लेकर सफर करने वालों पर रोक लगाने की कार्य योजना तैयार की जा रही है। इसके लिए जल्द ही इंस्ट्रक्शन भी जारी कर दिए जाएंगे। डॉक्टर राजशेखरएमडी, परिवहन निगम lucknow@inext.co.in

Posted By: Shweta Mishra