योगी सरकार में अब तक छह मामलों में सीबीआई जांच की सिफारिश भारत सरकार को भेजी गई थी लेकिन सीबीआई ने तीन मामलों में ही जांच शुरू की है। अब उन्नाव रेप कांड की सीबीआई जांच की सिफारिश को मिलाकर यह संख्या सात हो गई है। गौरतलब है कि सिर्फ राज्य सरकार की सिफारिश भर से सीबीआई जांच शुरू नहीं होती। इस पर अंतिम निर्णय सीबीआई का ही होता है।


आईएएस अनुराग तिवारी की मौत का मामला17 मई, 2017 को कर्नाटक कैडर के आइएएस अनुराग तिवारी की मौत के मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी। सीबीआई हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है, लेकिन अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है।गोमती रिवर फ्रंटनवंबर, 2017 में राज्य सरकार ने गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की सीबीआई जांच कराने की संस्तुति की थी। सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने मामले में सिंचाई विभाग के तत्कालीन चीफ इंजीनियर सहित आठ अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की।यूपी लोक सेवा आयोग भर्ती घोटालादिसंबर 2018 में योगी सरकार ने उप्र लोक सेवा आयोग भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।जिनकी नहीं शुरू हो सकी जांचदिल्ली-सहारनपुर हाईवे घोटाला


मई 2017में राज्य सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की सिफारिश की थी। यह मामला बसपा व सपा शासनकाल से जुड़ा है, जिसमें हैदराबाद की एक निजी कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।यूपी कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज फेडरेशन मामला

नवंबर 2017 में यूपी कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज फेडरेशन के तत्कालीन प्रबंध निदेशक बीके यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश।रुचि शर्मा हत्याकांडनवंबर 2017 में गाजियाबाद के बहुचर्चित रुचि शर्मा हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की गई थी।

Posted By: Mukul Kumar