लापता पत्रकार के बारे में अमेरिका को जवाब दे सऊदी अरब : ट्रंप
वाशिंगटन (पीटीआई)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को बताया कि उन्होंने सऊदी अरब के बड़े अधिकारियों के बीच लापता हुए पत्रकार जमाल खशोगगी के मामले को उठाया है और पत्रकार के रहस्यमय तरीके से गायब होने पर उनसे जवाब मांगा है। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में मीडिया से कहा, 'यह एक बुरी स्थिति है। हम ऐसा नहीं होने दे सकते हैं। पत्रकारों और किसी के लिए, हम ऐसा नहीं होने दे सकते हैं।' ट्रंप ने कहा कि उन्होंने इस मामले को सऊदी अरब के साथ बड़े लेवल पर उठाया है और इसको लेकर उनसे जवाब की मांग की है।
पत्नी ने लगाई थी गुहार
तुर्की जांचकर्ता सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं, जिस समय पत्रकार ने इस्तांबुल में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में प्रवेश किया था। ट्रंप ने कहा कि उन्हें और फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप को पत्रकार के मंगेतर की ओर से एक पत्र प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा, 'हम उसके साथ संपर्क में हैं और हम उन्हें व्हाइट हाउस में ले जाना चाहते हैं। यह बहुत दुखी स्थिति है और हम जल्द ही इस मामले को सुलझा देंगे।' बता दें कि लापता सऊदी पत्रकार जमाल खाशोग्गी की मंगेतर हेटिस सेन्गीज ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मदद के लिए गुहार लगाई थी। उन्होंने बुधवार को ट्रंप से अपील की कि वे यह पता लगाए कि उनके मंगेतर के साथ रियाद ने क्या किया है।
दूतावास से हुए थे गायब
गौरतलब है कि 59 वर्षीय अनुभवी पत्रकार, जमाल खाशोग्गी 2 अक्टूबर को इस्तांबुल में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में प्रवेश करने के बाद गायब हो गए थे। वे वहां अपने तलाक के दस्तावेजो को लेने के लिए गए थे। तुर्की सरकार ने कहा था कि पुलिस का मानना है कि जमाल को दूतावास के अंदर ही मार दिया गया है। हालंकि, रियाद ने पुलिस के इस दावों आधारहीन बताकर खारिज कर दिया था। जमाल खाशोग्गी सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बड़े आलोचक थे और वे अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट में बतौर कॉंट्रिब्यूटर काम करते थे। बता दें कि जमाल, एक पूर्व सरकारी भी सलाहकार हैं और इन्होंने राजकुमार मोहम्मद की कुछ नीतियों और यमन में हुए युद्ध में रियाद के हस्तक्षेप की आलोचना की थी। वह अपने गिरफ्तारी से बचने के लिए पिछले साल सितंबर से अमेरिका में रह रहे थे।
लापता सऊदी पत्रकार की मंगेतर ने ट्रंप से मदद के लिए लगाई गुहार