इस समय दुनिया में टेररिस्ट एक्टिविटीज का बोलबाला है. एक तरफ अल-कायद इंडिया में अपने पैर पसारने की कोशिश कर रहा है. वहीं दूसरी ओर अमेरिका और ब्रिटेन में 9/11 की आने वाली बरसी को देखते हुए हाई एलर्ट का ऐलान कर दिया गया है.

लीबिया से 11 प्लेन गायब
इस दौरान अमेरिका और ब्रिटेन में सुरक्षा इंतजामों में जमकर कड़ाई बरती जा रही है. इसकी वजह है लीबिया से गायब हुए 11 कॉमर्शियल विमान.  अमेरिका और ब्रिटेन को डर है कि कहीं इन गायब हुए विमानों का इस्तेमाल 9/11 अटैक की तरह के आतंकी हमलों के लिए न किया जाए. 9 सितंबर 2001 का भयानक आतंकी हमला किसी को भुलाए नहीं भूलता. टेररिस्ट्स ने दुनिया के सबसे पावरफुल देश अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से विमान टकरा कर उसे तहस-नहस कर दिया था. इस हादसे में हजारों लोगों की जानें गई थीं. हमले के 13 साल बाद लीबिया से 11 प्लेन गायब होने के बाद एक बार इन देशों पर टेररिस्ट अटैक का खतरा मंडरा रहा है.

चुप है अमेरिकन एडमिनिस्ट्रेशन

हालांकि अमेरिकी प्रशासन लीबिया से 11 विमानों के गायब होने की घटना पर चुप्पी साधे हुए है. लेकिन अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक त्रिपोली एअरपोर्ट से 11 कॉमर्शियल प्लेन अचानक गायब हो गए हैं और उनका कुछ अता-पता नहीं है. रक्षा विशेषज्ञों का भी मानना है कि इन गायब किए गए विमानों का मकसद आतंकी हमला हो सकता है. अमेरिका इस मसले पर खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहा है लेकिन वह इन गायब विमानों की खोज में लगा हुआ है.

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Posted By: Shweta Mishra