ट्रंप की बातों से निराश होकर एस्टोनिया में अमेरिकी राजदूत ने दिया इस्तीफा
अगर आपको को कोई ना समझ पाए तो इस्तीफा देना ठीक
वाशिंगटन (आईएएनएस)। एस्टोनिया में अमेरिकी राजदूत जेम्स डी. मेलविले जूनियर ने शुक्रवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों से निराश होकर इस्तीफा दे दिया है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, जेम्स इस साल राज्य विभाग को जल्दी छोड़ने वाले तीसरे राजदूत बन गए हैं। मेलविले ने फेसबुक पर लिखा, 'एक विदेश सेवा अधिकारी किसी नीतियों के समर्थन के लिए नियुक्त किया जाता है और हम शुरू से ही यह पाठ पढ़ते आए हैं कि यदि कोई ऐसी स्थिति आती हो, जहां कोई आपको नहीं समझ पाए खासकर वो जो नेतृत्व में है, तो ऐसे समय में सही फैसला इस्तीफा देना ही है।'
सुसान थॉर्नटन के बाद हुई रिटायरमेंट
उन्होंने कहा, 'छह राष्ट्रपतियों और राज्य के 11 सचिवों के अंदर काम करने के बाद, मैंने कभी सोचा नहीं कि यह परिस्थित आएगी।' राष्ट्रपति का यह कहना यूरोपीय संघ अमेरिका का फायदा उठाने के लिए और हमारे पिगी बैंक पर हमला करने के लिए स्थापित किया गया था या नाटो नाफ्टा जितना बुरा है न केवल तथ्यात्मक रूप से गलत है, बल्कि मुझे यह संकेत देता है कि मेरा अब इस्तीफा देना ही ठीक है।' बता दें कि मेलविले के रिटायरमेंट की घोषणा सुसान थॉर्नटन के बाद हुई, जिन्हें ट्रंप ने पूर्व एशियाई मामलों के सहायक सचिव पद पर नियक्त किया था। सुसान थॉर्नटन ने भी हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया था।