UP investors summit: पीएम मोदी बोले- दुनिया आज जिस 'विश्वसनीय भागीदार' की तलाश कर रही है, वह इंडिया है
लखनऊ (पीटीआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत जी-20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रहा है और यह साबित करने की क्षमता रखता है कि दुनिया आज जिस 'विश्वसनीय भागीदार' की तलाश कर रही है, वह इंडिया है। उत्तर प्रदेश के तीसरे इन्वेस्टर्स सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया में मौजूदा स्थिति भारत के लिए बड़े अवसर लेकर आई है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित मेगा समिट में गौतम अडानी, कुमार मंगलम बिड़ला और अन्य प्रमुख उद्योगपति भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में शामिल होने वालों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हैं।
भारत एक विश्वसनीय भागीदार
मोदी ने कहा कि "केवल हमारे लोकतांत्रिक भारत" में यह साबित करने की क्षमता है कि यह "विश्वसनीय भागीदार" है जिसे दुनिया आज ढूंढ रही है। "दुनिया आज भारत की क्षमता को देख रही है और उसके प्रदर्शन की प्रशंसा कर रही है।" मोदी ने कहा, "हम जी-20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं। आज भारत वैश्विक खुदरा सूचकांक में दूसरे नंबर पर है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता देश है।"
रिफॉर्म-परफॉर्म-ट्रांसफॉर्म है मंत्र
प्रधान मंत्री ने कहा कि पिछले साल 100 से अधिक देशों से रिकॉर्ड 84 बिलियन अमरीकी डालर का प्रत्यक्ष विदेशी सूचकांक (FDI) भारत आया था। उन्होंने कहा, 'भारत ने पिछले वित्त वर्ष में 417 अरब अमेरिकी डॉलर यानी 30 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के माल का निर्यात कर कीर्तिमान बनाया है। हाल ही में केंद्र में सत्ता में आठ साल पूरे करने वाली अपनी सरकार पर बोलते हुए, उन्होंने कहा, "इन वर्षों में हम रिफॉर्म-परफॉर्म-ट्रांसफॉर्म के मंत्र के साथ आगे बढ़े हैं। हमने नीति स्थिरता, समन्वय और व्यापार करने में आसानी पर जोर दिया है।
मोदी ने आगे कहा, "हमारे सुधारों के माध्यम से, हमने भारत को एक राष्ट्र के रूप में मजबूत बनाने के लिए काम किया है। यह वन नेशन-वन टैक्स (जीएसटी), वन नेशन-वन ग्रिड, वन नेशन- वन राशन कार्ड जैसे ये प्रयास हैं।' केंद्र और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों में भाजपा द्वारा शासित होने का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि "डबल इंजन सरकार" राज्य के त्वरित विकास के लिए बुनियादी ढांचे, निवेश और विनिर्माण पर काम कर रही है।