उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में जल्द ही कोविड महामारी से पहले जैसी स्थिति होने वाली है। स्वास्थ्य विभाग ने मार्च के दूसरे सप्ताह से कुछ अस्पतालों की गैर-कोविड स्थिति को बहाल करने का निर्णय लिया है।


लखनऊ (आईएएनएस)। यूपी के अस्पतालों को जल्द ही महामारी से पहले की स्थिति वापस मिलेगी। कोरोना वायरस की तीसरी लहर में कोविड के मामलों में गिरावट के साथ स्वास्थ्य अधिकारियों ने मार्च के दूसरे सप्ताह से कुछ अस्पतालों की गैर-कोविड स्थिति को बहाल करने का निर्णय लिया है। वर्तमान में कम से कम 13 अस्पताल ऐसे हैं जिन्होंने कोविड देखभाल सुविधाओं को नामित किया है और कोरोना वायरस रोगियों को भर्ती कर रहे हैं। इन सभी अस्पतालों की कुल बिस्तर क्षमता लगभग 2,000 है, जिसमें इंसेटिव केयर यूनिट, वेंटिलेटर और हाई डिपेडेंसी यूनिट शामिल हैं।नाॅन-कोविड सर्विस के साथ कोविड की सुविधा
एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार केजीएमयू, एसजीपीजीआईएमएस, आरएमएलआईएमएस और एक निजी अस्पताल और सरकारी जिला अस्पताल नाॅन-कोविड सर्विस के साथ-साथ कोविड की सुविधा चलाना जारी रखेंगे। शेष अस्पतालों को कोविड -19 रोगियों के लिए प्रत्येक में 3-4 बिस्तरों वाला एक सेक्शन रिजर्व करने और नाॅन-कोविड सर्विस को हमेशा की तरह चलाने के लिए कहा जाएगा। एक निजी अस्पताल में 10 कोविड मरीज भर्ती वर्तमान में केजीएमयू और लखनऊ के एक निजी अस्पताल में केवल 10 कोविड मरीज भर्ती हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मनोज अग्रवाल ने कहा सरकार के निर्देशानुसार अस्पतालों या बिस्तरों की संख्या कम की जाएगी।

Posted By: Shweta Mishra