नई खेल नीति के अंतर्गत उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐलान किया है कि अंतरराष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को उचित सम्मान और स्थान दिया जाएगा। सम्मान समारोह अमुमन सितंबर के पहले हफ्ते में होगा।

लखनऊ (पीटीआई)। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा "उत्तर प्रदेश सरकार कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक प्राप्त करने वाले और हिस्सा लेने वाले हर खिलाड़ी को सम्मानित करेगी। राज्य सरकार पदक जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ी को अपनी नीति के अनुसार अतिरिक्त सम्मान और नौकरी भी प्रदान करेगी।"

उत्तर प्रदेश सरकार कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक प्राप्त करने वाले और प्रतिभाग करने वाले हर खिलाड़ी को सम्मानित करेगी।
राज्य सरकार पदक जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को अपनी खेल नीति के अनुसार अतिरिक्त सम्मान और नौकरी भी प्रदान करेगी।

— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 10, 2022

पदक विजेताओं को मिलेगा राजपत्रित अधिकारी का पद
नई खेल नीति के मुताबिक गोल्ड पदक विजेताओं को 1 करोड़, सिल्वर पदक विजेताओं को 75 लाख तथा ब्रॉन्ज पदक विजेताओं को 50 लाख दिए जाएंगे। साथ ही मुख्य सचिव नवनीत सिंघल ने बयान दिया कि सारे पदक विजेताओं को राजपत्रित अधिकारी का पद दिया जाएगा।

प्रतिभागी भी किए जाएंगे सम्मानित
उत्तर प्रदेश से पदक जीतने वालो में प्रियंका गोस्वामी ने 10 किलोमीटर दौड़ में सिल्वर मेडल, मेरठ की दीप्ति शर्मा, बिजनौर की मेघा सिंह, वाराणसी के ललित उपाध्याय ने क्रिकेट और हॉकी में सिल्वर मेडल हासिल किया। उसी प्रकार से वाराणसी के विजय कुमार यादव, मुजफ्फरनगर की दिव्या काकरन, मेरठ की अन्नु राय और वंदना कटारिया ने क्रमश: जूडो, रेसलिंग, जैवलिन थ्रो तथा वुमेंस हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। आठ पदक विजेताओं के अलावा कॅामनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेने वाले उत्तर प्रदेश के पांच और खिलाड़ियों को 5-5 लाख से सम्मानित किया जाएगा।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari