UP : धर्म परिवर्तन सिंडिकेट चलाने के आरोप में मौलाना अरेस्ट, विदेशों से हो रही थी फंडिग
लखनऊ (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने बड़े पैमाने पर धर्मांतरण के लिए एक नेशनल वाइड सिंडिकेट चलाने के आरोप में मंगलवार रात मेरठ से एक मुस्लिम मौलवी को गिरफ्तार किया। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार मुजफ्फरनगर निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी विभिन्न शैक्षणिक, सामाजिक और धार्मिक संस्थानों की आड़ में अवैध धर्मांतरण में शामिल था। ये रूपांतरण देशव्यापी स्तर पर हो रहे थे। इसके लिए विदेशों से फंडिंग की गई है। यह भी साबित हो गया है कि सिद्दीकी देश का सबसे बड़ा धर्म परिवर्तन सिंडिकेट चलाता है। एडीजी (कानून-व्यवस्था), यूपी प्रशांत कुमार ने कहा कि अभी तक की जांच के अनुसार मौलाना के ट्रस्ट के खाते में एकमुश्त 1.5 करोड़ रुपया बहरीन से आया है। अब तक की जांच से कुल 3 करोड़ रुपये की फंडिंग के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। बीती रात लगभग 9 बजे मौलाना कलीम सिद्दिकी को उत्तर प्रदेश एटीएस ने मेरठ से गिरफ्तार किया है
UP ATS has arrested Maulana Kaleem Siddiqui, a resident of Muzaffarnagar, in connection with India's largest religious conversion syndicate busted by the ATS. He runs Jamia Imam Waliullah trust that funds several madrassas for which he received huge foreign funding: Police pic.twitter.com/XxHIYhxJKx — ANI UP (@ANINewsUP)
जांच के लिए छह सदस्यीय टीम का गठन
गिरफ्तारी के बाद कलीम सिद्दीकी को पूछताछ के लिए एटीएस मुख्यालय ले जाया गया। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। यूपी एटीएस ने आगे की पूछताछ के लिए सिद्दीकी की पुलिस हिरासत की मांग की है। इस बीच, उत्तर प्रदेश एटीएस ने मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय टीम का गठन किया है।
धर्म परिवर्तन के लिए गुमराह करता था
पुलिस ने कहा कि कलीम सिद्दीकी गैर-मुसलमानों को धर्म परिवर्तन के लिए "गुमराह और डराता है"। वह लोगों को प्रभावित करने के लिए प्रिंटेड मैटेरियल प्रसारित करता था और सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करता था। जांच में पता चला है कि आरोपी 'जामिया इमाम वलीउल्ला' ट्रस्ट भी चलाता है।