आप ने बचपन में स्‍कूल के बाहर चूरन बेचने वालों को तो देखा ही होगा। पर क्‍या आप ने कभी कोई ऐसा चूरन बेचने वाला देखा है जो यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर हो। हम आप को आज एक ऐसे ही शख्‍स से मिलवा रहे हैं जो एक ओपेन यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर है पर चूरन की दुकान भी लगाते है। अगर आप को इस यूनिवर्सिटी में एडमीशन लेना है तो दुकान से चूरन खरीदना मत भूलिएगा।


अलीगढ़ में स्थित है ओपेन यूनिवर्सिटीउत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से तो हर शख्स वाकिफ है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अलावा भी शहर में एक यूनिवर्सिटी और भी है। ये यूनिवर्सिटी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी है जिसे फर्जी घोषित कर दिया गया है। अलीगढ़ मे रहने वाला हर शख्स इस यूनिवर्सिटी से परिचित है। पर अगर आप किसी से पूछेंगे तो कोई भी शख्स आप को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी नहीं पहुंचा सकता है। चौंका गए ना इसके पीछे वजह है किसी को इसकी बिल्डिंग के बार में नहीं पता है। चूरन वाला है यूनिवर्सिटी का चांसलर


अगर आप को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी में एडमीशन लेना है तो आप को किसी चूरन वाले को पकड़ना होगा। क्योकि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर कोई और नहीं एक चूरन बेचने वाले श्याम सुंदर शर्मा हैं। श्याम सुंदर शर्मा चूरन की दुकान के अलावा यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी है। श्याम सुंदर शर्मा ने बताया कि उनके पिता वैद्य थे। जिसके चलते उन्होंने चूरने बेचने के धंधे को अपनाया। यूजीसी ने 22 यूनिवर्सिटी को बताया फर्जी

ज्ञात हो कि पिछले दिनों विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी ने उत्तर प्रदेश की 22 यूनिवर्सिटीज को फर्जी घोषित किया है। इन 22 यूनिवर्सिटीज में से नेताजी सुभाष चंद्र बोस मुक्त विश्वविद्यालय को भी फर्जी घोषित किया गया है। इसके मालिक और वीसी 61 साल के श्याम सुंदर शर्मा थे। यूनिवर्सिटी बंद होने के बाद वाइस चांसलर अपनी दुकान पर हाजमे का चूरन बेचना शुरु कर दिया है। यह दुकान उसी कमरे में हैं जहां एक कमरे की यूनिवर्सिटी चलाई जा रही थी।

Posted By: Prabha Punj Mishra