कृषि कानूनों को बिना चर्चा के निरस्त करना दुर्भाग्यपूर्ण : राहुल गांधी
नई दिल्ली (एएनआई)। देश के दोनों सदनों से कृषि कानून वापसी बिल पास होने के बाद वायनाड से सांसद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिना चर्चा के कानूनों को निरस्त कर दिया गया। इन कानूनों को वापस लेने का निर्णय लेते समय आगामी राज्य चुनाव भी केंद्र के दिमाग में रहे होंगे। हमने पहले ही कहा था कि सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना होगा और आज इन कानूनों को निरस्त कर दिया गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह सरकार चर्चा करने से डरती है। तथ्य यह है कि केंद्र सरकार इस मामले में किसानों द्वारा प्रतिनिधित्व किए गए भारतीय लोगों की ताकत का सामना नहीं कर सकी।
चर्चा नहीं होने दी-
MSP पर
शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर
लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्ख़ास्तगी पर…
जो छीने संसद से चर्चा का अधिकार,
फ़ेल है, डरपोक है वो सरकार।
संसद का शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू हो गया
वायनाड से सांसद कांग्रेस नेता राहुल गांधी विपक्षी सदस्यों के नारेबाजी के बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए लोकसभा स्थगित होने के बाद संसद से चले गए थे। लोकसभा की बहाली के बाद, कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 पारित किया गया। यह विधेयक आज उच्च सदन में भी पारित हो गया। 19 नवंबर को राष्ट्र के नाम एक संबोधन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक जयंती के दिन तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले सप्ताह इस विधेयक को मंजूरी दी थी। संसद का शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू हो गया है और यह 23 दिसंबर को समाप्त होने वाला है।