यूक्रेन जारी राजनीतिक संकट को ख़त्म करने के लिए राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच और विपक्षी नेताओं के बीच एक समझौते पर दस्तख़त हो गए हैं.


समझौते के तहत एक राष्ट्रीय एकता वाली सरकार बनाई जाएगी और राष्ट्रपति चुनाव इस वर्ष के आख़िर में कराये जाएंगे.दोनों पक्ष यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की मध्यस्थता में इस समझौते पर सहमत हुए हैं.समझौते में चुनाव सुधार और संवैधानिक बदलाव की बात भी कही गई है.यूक्रेन की संसद ने राष्ट्रपति की शक्तियों में कटौती करने के पक्ष में मतदान किया है.संसद उन क़ानूनों को भी मंज़ूरी दी है जिनकी वजह से जेल में बंद विपक्ष की नेता युलिया टिमोशेंको को रिहा किया जा सकता है.आशंकाविपक्षी फादरलैंड पार्टी के नेता अर्सेनिय यात्सेनयुक का कहना है, ''तय हुआ है कि वर्ष 2004 के संविधान को बहाल किया जाएगा. दूसरी महत्वपूर्ण बात पूर्व प्रधानमंत्री यूलिया टिमोशेंको को रिहा करने के बारे में हुई है.''


हालांकि इस समझौते पर उन हज़ारों लोगों में से कई ने आशंका व्यक्त की है जो राजधानी कीएफ़ के इंडिपेंडेंस स्क्वॉयर पर डटे हुए हैं.कुछ प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हें राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच पर अभी भी भरोसा नहीं है.समझौते से पहले राजधानी कीएफ़ और अन्य शहरों में हज़ारों लोग सड़कों पर प्रदर्शन करते रहे हैं.इससे पहले गुरुवार को सुरक्षाबलों के साथ झड़पों में कई लोग मारे गए थे.

अमरीका ने यूक्रेन में दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते का स्वागत किया है.यूक्रेन में राजनीतिक गतिरोध और विरोध प्रदर्शन बीते साल नवम्बर से आरंभ हुए थे.तब इसकी वजह यह थी कि राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच ने यूरोपीय संघ के साथ एक क़ारोबारी समझौते पर दस्तख़त करने से मना कर दिया था.उन्होंने इस समझौते की जगह रूस के साथ संबंधों को अधिक प्राथमिकता दी थी.

Posted By: Subhesh Sharma