भारतीय वैज्ञानिक और स्कॉलर्स के लिए खुला रिसर्च का नया रास्ता, ब्रिटेन ने लॉन्च किया नया वीजा
अब आसान होगा लंदन में काम करना
लंदन (पीटीआई)। देश में रिसर्च क्षेत्र को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए ब्रिटेन सरकार ने शनिवार को वैज्ञानिकों और स्कॉलर्स के लिए एक नया वीजा लॉन्च कर दिया है। इस नए वीजा के तहत बाहर देश से आने वाले शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और स्कॉलर्स को दो साल के लिए ब्रिटेन का वीजा दिया जाएगा। इस नए वीजा का फायदा भारत समेत कई अन्य देश उठा सकते हैं। नए वीजा को लॉन्च करते हुए आव्रजन मंत्री कैरोलिन नोक्स ने कहा कि रिसर्च और नई खोज के मामले में ब्रिटेन दुनिया का नेतृत्व करता है। इस नए वीजा से अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं को यूके में काम करने और ट्रेनिंग लेने में आसानी होगी।'
यूकेआरआई द्वारा संचालित होगा नया वीजा
उन्होंने कहा, 'हमारा वीजा प्लान ऐसा होना चाहिए कि वह हर साल अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं को आकर्षित कर सके और हमे उनके टैलेंट का फायदा मिल सके। हमारा मानना है कि हमारी इकॉनमी और समाज में विज्ञान की अहम भूमिका है। ब्रिटेन हमेशा दुनियाभर के वैज्ञानिकों को आमंत्रित करता रहेगा।' बता दें कि नई वीजा नीति यूके रिसर्च एंड इनोवेशन (यूकेआरआई) द्वारा संचालित की जाएगी, जो देश के सात शोध परिषदों को एक साथ एकत्रित करता है। गौरतलब है कि ब्रिटेन ने हाल ही में अपने यहां पढ़ने आने वाले कई देशों के छात्रों को वीजा आवेदन में राहत दी थी। हालांकि इसमें भारत को शामिल नहीं किया था, जिसके कारण भारतीय छात्रों ने जमकर अपना रोष जताया था।