COVID-19 को लेकर ट्रंप कर रहे H1B वीजा निलंबन पर विचार, Coronavirus से अमेरिका में बेरोजगारी से निपटने की कवायद
वाशिंगटन (पीटीआई)। 1 अक्टूबर से शुरू हो रहे नये वित्त वर्ष से सरकार प्रस्तावित वीजा निलंबन को बढ़ा सकती है। बृहस्पतिवार को वाॅल स्ट्रीट जर्नल में सूत्रों के हवाले से प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, यह वक्त ऐसा होता है जब सरकार सबसे ज्यादा नये वर्क वीजा जारी करती है। रिपोर्ट के मुताबिक, नये एच1-बी वीजा पर रोक लग सकती है। यदि किसी के पास ऐसा वीजा होगा तो उन्हें देश में आने पर रोक लगाई जा सकती है। जो पहले से इस प्रकार के वीजा पर देश में काम कर रहे हैं उन्हें नई नीति से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
पहले से काम कर रहे लोग नहीं होंगे प्रभावितएच1-बी वीजा एक नाॅन एमिग्रेंट वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को तकनीकी विशेषज्ञ के तौर पर विदेशी नागरिकों को काम पर रखने की इजाजत देता है। टेक्नोलाॅजी संबंधित कंपनियां हर साल दसियों हजार लोगों को काम पर रखती हैं। इसके लिए ये कंपनियां भारत और चीन जैसे देश के नागरिकों पर निर्भर हैं। ट्रंप प्रशासन के नये फैसले से हजारों भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स प्रभावित होंगे। कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप की वजह से पहले ही एच1-बी वीजा धारी लोग बेरोजगार होकर अपने घरों को स्वदेश लौट चुके हैं।
अमेरिकी नागरिकों के रोजगार सुरक्षित करेंगेहालांकि व्हाइट हाउस के प्रवक्ता होगन गिडले ने एक वक्तव्य में कहा है कि प्रशासन ने अभी तक इस मामले में कोई भी अंतिम फैसला नहीं लिया है। इस मुद्दे से संबंधित कई प्रस्तावों पर वह विचार कर रही है। प्रशासन अभी अन्य विकल्पों पर विस्तार से चर्चा कर रही है। इसके लिए करीयर एक्सपर्ट्स की सलाह ली जा रही है ताकि अमेरिकी नागरिकों के रोजगार संबंधी हित सुरक्षित किए जा सकें।