Tripura Assembly Elections : त्रिपुरा में 16 फरवरी को 8 जिलों के सभी 60 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस साल विधानसभा चुनात्रव में 31 महिलाओं सहित कुल 259 उम्मीदवार मैदान में हैं।


अगरतला (आईएएनएस)। Tripura Assembly Elections : त्रिपुरा में 16 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एक महीने से अधिक समय से हो रहा प्रचार अभियान मंगलवार दोपहर समाप्त हो गया। 16 फरवरी को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 8 जिलों के सभी 60 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। चुनाव अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ), त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) और राज्य पुलिस कर्मियों ने सभी निर्वाचन क्षेत्रों में मोर्चा संभाल लिया है। लगभग 31,000 मतदान कर्मी 2504 स्थानों पर अपने निर्धारित 3,327 मतदान केंद्रों पर या तो पहुंच चुके हैं या रास्ते में हैं। त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गीते किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि 16 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में 31 महिलाओं सहित कुल 259 उम्मीदवार मैदान में हैं।सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे


इसके पहले 2018 के विधानसभा चुनाव में 24 महिलाओं सहित 297 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। वहीं इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने निष्पक्ष और हिंसा मुक्त विधानसभा चुनाव के लिए सीएपीएफ की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं। अधिकारी ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया कि सीएपीएफ के अलावा, असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, लगभग 9,000 टीएसआर जवानों और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया गया है।पीएम मोदी ने की चुनावी रैलीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिणी, उत्तरी और पश्चिमी त्रिपुरा में तीन चुनावी रैलियों को संबोधित किया, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा शासित त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में कई चुनावी रैलियों को संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सर्बानंद सोनोवाल, स्मृति ईरानी, अर्जुन मुंडा, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (असम), योगी आदित्यनाथ (यूपी), और एन बीरेन सिंह (मणिपुर), पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी, विधायक अग्निमित्रा पॉल, अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती और हेमा मालिनी और राज्य के बाहर के कई भाजपा नेताओं और सांसदों ने पार्टी के लिए प्रचार किया।उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात, बृंदा करात, त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार और कई अन्य वामपंथी नेताओं ने चार वाम दलों और कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी त्रिपुरा में चुनावी रैलियों को संबोधित किया। कांग्रेस के लोकसभा नेता अधीर रंजन चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद दीपा दासमुंशी, कांग्रेस नेता अलका लांबा और पार्टी के कुछ अन्य केंद्रीय नेताओं ने पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया।संयुक्त रूप से चुनाव लड़ रहे त्रिपुरा में पहली बार कांग्रेस और माकपा के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा एक सीट बंटवारे की व्यवस्था के तहत संयुक्त रूप से चुनाव लड़ रहे हैं और उन्होंने राज्य के विभिन्न हिस्सों में संयुक्त रैलियां भी कीं। वाम मोर्चे ने 47 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए और कांग्रेस को 13 सीटें आवंटित कीं। सीईओ ने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवारों को सत्तारूढ़ भाजपा ने खड़ा किया है, इसके बाद माकपा (43), टिपरा मोथा पार्टी (42), तृणमूल कांग्रेस (28) और कांग्रेस (13) का स्थान है। वोटों की गिनती 2 मार्च को होगीभले ही भाजपा ने अपने कनिष्ठ सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) को पांच सीटें आवंटित की हैं, लेकिन आईपीएफटी ने छह उम्मीदवार खड़े किए हैं। दक्षिणी त्रिपुरा के अम्पीनगर में, भाजपा ने पाताल कन्या जमातिया को उम्मीदवार बनाया है, जबकि आईपीएफटी ने मौजूदा विधायक सिंधु चंद्र जमातिया को मैदान में उतारा है। कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं। वोटों की गिनती 2 मार्च को होगी।

Posted By: Chandramohan Mishra