इंडियन क्रिकेट टीम में खेलने वाला आखिरी पारसी फारुख इंजीनियर, जानिए 10 बातें
मुंबई में हुआ जन्म: इंडियन क्रिकेट टीम में पारसी खिलाड़ियों का भी समय पर बोलबाला रहा है। हालांकि क्रिकेटर फारुख इंजीनियर इंडियन क्रिकेट टीम में आखिरी पारसी खिलाड़ी हैं। मुंबई में 25 फरवरी 1938 को जन्में पारसी फारुख इंजीनियर ने विकेटकीपिंग में अच्छा प्रदर्शन किया है। पहले स्टार क्रिकेटर: किक्रेटर फारुख इंजीनियर की पढ़ाई पोडार कॉलेज माटुंगा मुंबई से पूरी हुई थी। इस कॉलेज से निकले यह पहले क्रिकेटर स्टार रहे हैं। इसके बाद यहां से संजय मांजरेकर, रवि शास्त्री, दिलीप वेंगसरकर जैसे कई क्रिकेटर क्रिकेटर की दुनिया में छाए।
पारसी फारुख इंजीनियर ने टेस्ट की दुनिया में 1 दिसंबर 1961 में डेब्यू किया था। पहला मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इसके बाद इन्होंने आखरी टेस्ट मैच में 23 जनवरी 1975 में खेला था। करीब 15 साल में इन्होंने 46 मैचे खेले हैं।
मैच डेब्यू में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ तूफानी प्रदर्शन के दौरान इन्हें काफी क्रिकेट फैंस ने एक नया नाम दे दिया था। लोगों ने पारसी फारुख इंजीनियर की जगह पर रॉकी नाम से पुकारना शुरू कर दिया था, जो काफी फेमस हुआ। पद्मश्री जैसे कई पुरस्कार:अपने खेल के दिनों में पारसी फारुख इंजीनियर ने सेल्स और मार्केटिंग डिपार्टमेंट में भी नौकरी की है। बाद में वह जगुआर जैसे ब्रांड के ब्रांड एंबेसडर बने। इन्हें क्रिकेट करियर में पद्मश्री समेत कई बड़े पुरस्कार भी मिले। कोयला मजदूर के बेटे उमेश यादव ने चला ऐसा दांव ऑस्ट्रेलिया हिल गया24 फरवरी याद है न, जब सचिन के आउट होने पर पूरा भारत खुश हुआCricket News inextlive from Cricket News Desk