बॉलीवुड एक्‍टर विनोद मेहरा आज भले ही इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनकी यादें उनके होने का अहसास कराती हैं। कहते हैं कि इन्‍हें अभिनय का शौक तो रहा लेकिन इसमें करियर का खास प्‍लान नहीं था लेकिन फिल्‍म निर्माता शौरी ने इन्‍हें मार्केटिंग एग्‍जीक्‍यूटिव से हीरो बना दिया था। इतना ही नहीं 13 फरवरी 1945 को जन्में विनोद की फिल्‍मी और निजी लाइफ दोनों ही काफी चर्चा में रही। आइए जानें कैसे...


चॉकलेटी हीरो रहे: अभिनेता विनोद मेहरा 70 और 80 के दशक में फिल्मी पर्दे के कामयाब अभिनेताओं में गिने जाते थे। पर्दे पर इनकी एक अलग ही पहचान थी। इनके अभिनय के लोग बड़ी संख्या में दीवाने थे। यह उस दशक में एक चॉकलेटी हीरो माने जाते थे। अभिनय का शौक: हालांकि विनोद को बचपन से अभिनय का शौक था। उन्होंने बाल कलाकार के रूप में फिल्म रागिनी में किशोर कुमार के बचपन का रोल उन्होंने निभाया था। इसके अलावा आई.एस. जौहर की फिल्म बेवकूफ (1960) और विजय भट्ट की फिल्म अंगुलिमाल (1960) में भी काम किया था। एक थी रीता में:


फिल्मों में आने से पहले विनोद एक कंपनी में मार्केटिंग एक्सीक्यूटिव के तौर पर काम करते थे। ऐसे में एक दिन एक गेलार्ड रेस्तरां में फिल्म निर्माता शौरी की उन पर नजर पड़ी। उन्होंने विनोद को अपनी अगली फिल्म एक थी रीता में काम का ऑफर दिया। पहली बार साथ:

यह फिल्म चल पड़ी। विनोद अपनी पहली ही फिल्म में नायक के रूप में छा गए थ्ो। इस फिल्म में उनके साथ एक्ट्रेस तनूजा थीं। वहीं इनके करियर को आगे बढ़ाने में अभिनेत्री मौसमी चटर्जी का जबरदस्त हाथ है। फिल्म अनुराग में ये पहली बार साथ आए।

फिल्ममेकिंग में भी: विनोद फिल्ममेकिंग में भी उतरे थे। उन्होंने फिल्म 'गुरुदेव' बनाना शुरू किया। जिसमें उन्होंने ऋषिकपूर-अनिल कपूर और श्रीदेवी को रोल दिए थे। हालांकि इसके रिलीज से पहले ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वह 30 अक्टूबर 1990 को इस दिया को अलविदा कह गए थे। फेमस फिल्में रहीं: विनोद की फिल्मों में लाल पत्थर, अनुराग, सबसे बड़ा रुपैया, नागिन, अनुरोध, साजन बिना सुहागन, घर, दादा, कर्तव्य, अमर दीप, जानी दुश्मन, बिन फेरे हम तेरे, स्वर्ग नर्क और खुद्दार जैसी फिल्में काफी फेमस रहीं।इन बॉलीवुड अभिनेत्रियों ने की एक से अधिक बार शादीजानते होंगे लेकिन यह पोस्टर देखकर नहीं पहचान पाएंगे कौन है यहBollywood News inextlive from Bollywood News Desk

 

Posted By: Shweta Mishra