साइकिल से जुड़े ये मजेदार फैक्ट्स जानकर आपको हो जाएगा इससे प्यार!
साइकिल के अविष्कार को जन्म दिया था साल 1817 में जर्मनी में बनी एक मैनुअल मशीन ड्रेजिन 'draisine' ने। जर्मनी के एक सरकारी कर्मचारी Karl von Drais ने इसका इजाद किया था। ये दो पहिए वाली बिना पैडल की साइकिल थी। ड्रेजिन को रोड पर चलाने के लिए पैरों से जमीन पर धक्का मारना होता था।
दुनिया में हर साल 10 करोड़ साइकिलें बनाई और बेची जाती हैं। वैसे दुनिया की आबादी के लिहाज से साइकिलों की संख्या मोटर गाड़ियों की तुलना में लगातार कम हो रही है।
दुनिया में एक ऐसी भी साइकिल बनाई गई है, जो 20 मीटर लंबी है और इस पर एक साथ 35 लोग बैठ सकते हैं। भले ही इस साइकिल को बनाने वालों ने अपने दिमाग के सारे घोडे़ खोल दिए हों लेकिन दुनिया के सबसे बेवकूफी वाले आयडियाज की लिस्ट में ये साइकिल भी शामिल है।
यह भी देखें- साइकिल चलाती कितनी सुपर कूल लगती हैं ये हॉट बॉलीवुड एक्ट्रेसेस!
आपको भले ही इसका अंदाजा हो या नहीं लेकिन दुनिया में अमेरिका ही ऐसा देश है जिसके लोग अपने आने जाने की कुल ट्रिप्स का केवल एक परसेंट साइकिल चलाकर पूरा करते हैं। इंडिया में ये आंकड़ा काफी ज्यादा है, लेकिन जैसे जैसे कार और बाइकों की संख्या बढ़ी है। यहां के शहरों से भी साइकिलें गायब होती जा रही हैं।
साइकिल चलाना इसलिए भी मजेदार है, क्योंकि इसका मेंटीनेंस कराना भी बहुत आसान और कम खर्चीला है। रिकॉर्ड के मुताबिक एक कार की तुलना में साइकिल की सालाना मेंटीनेंस का खर्चा करीब 20 गुना कम होता है।
यह भी पढ़ें- साइकिलिंग के ये 10 फायदे जानकर तो आप भी मोटरबाइक छोड़ थाम लेंगे साइकिल का हैंडल
आपने भले ही एक ही तरह की साइकिल चलाई हो, लेकिन दुनिया में इतने टाइप और नामों वाली साइकिलें बनती हैं कि आप चौंक जाएंगे। वर्ल्ड में बनने वाली साइकिलों के पॉपुलर टाइप्स ये हैं। माउंटेन बाइक, हाइब्रिड साइकिल्स, क्रूजर बाइक्स, BMX बाइक्स, फोल्डिंग बाइक्स, टेंडेम बाइक्स। इनके अलावा और भी नाम हैं जिन्हें याद रखना मुश्किल है। साइकिल के बारे में इतना कुछ जानने के बाद अगर आपका दिल साइकिलिंग करने को कह रहा हो, तो देर किस बात की, आप भी कर सकते हैं साइकिलिंग की शानदार शुरुआत आई नेक्स्ट बाइकॉथन के साथ। फन और फिटनेस के हजारों दीवानों के साथ साइकिलिंग करने के लिए आज ही ऑनलाइन रजिस्टर करें।