कई बार किसी देश की राजनीति के शीर्ष और महत्‍वपूर्ण पदों पर बैठे लोगों को बहुत से ऐसे काम करने होते हैं जो उनके लिए बेहद अनचाहे या यूं कहिए नापसंद होते हैं। इसके बावजूद आप ऐसे कामों को करने के लिए मजबूर होते हैं। जैसे हाल ही में एक दूसरे को कतई नापसंद करने वाले अमेरिका के राष्‍ट्रपति बराक ओबामा और नवर्निवाचित राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप को मुस्‍करा कर एक दूसरे से हाथ मिलाना पड़ा। आइये जाने और कौन से हैं राजनीति के ऐसे ही सबसे अनचाहे दस लम्‍हे।

ओबामा और ट्रंप की मजबूरी
अमेरिका ने नव र्निवाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूरे चुनावी अभियान के दौरान बल्कि उससे पहले से ही अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को एक बाहरी व्यक्ति कहते रहे और उनकी बुराई करते रहे। वहीं ओबामा भी उन्हें एक अच्छा इंसान और राष्ट्रपति पद के योग्य सम्मानजनक व्यक्ति नहीं मानते थे और उन्हें इस पद के योग्य नहीं समझते थे। इसके बावजूद वे चुनाव परिणाम आने के बाद ट्रंप का राष्ट्रपति भवन में स्वागत करने के लिए मजबूर हुए।

कैरी और लावरोव की मजबूरी
रूस और अमेरिका के बीच कभी दोस्ताना ताल्लुक नहीं रहे। उनके शीर्ष नेताओं के बीच में भी कभी नजदीकी नहीं रही। खास तौर से क्रीमिया के रूस में जबरन विलय के बाद तो जब रूसी रक्षा मंत्री सेर्गेई लावरोव और यूएस सेक्रेट्री ऑफ स्टेट आमने सामने हुए तो उनके बीच की कड़वाहट जग जाहिर थी। इसके बावजूद कई ऐसे मौके होते हैं जब इन दोनों को अच्छे रिश्तों का दिखावा करना होता है।

ओबामा और पुतिन का याराना
वैसे मजबूर सिर्फ अमेरिका और रूस के रक्षामंत्री ही नहीं होते वहां के राष्ट्रप्रमुख भी होते हैं। बराक ओबामा और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ऐसी ही अनचाही मुलाकात की कहानी सुना रही है जी8 समिट की ये तस्वीर।

ये झगड़ा नहीं दोस्ती है
अब हर बार अनचाही परिस्थिति लड़ाई में ही नहीं आती। कई बार दोस्ती में भी आ जाती है। जैसे ये क्षण जब कनाडा और ओटावा के प्रमुख अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा से मिले। इस तस्वीर में आबामा, जस्टिन ट्रूदेओ और एनरिक पेना नीटो एक ही बार में एक साथ एक दूसरे से हाथ मिलाना चाह रहे हैं।

मैं यहां क्यों हूं
2012 में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने जर्मनी के मानवाधिकार को लेकर रिकॉर्डस को लेकर काफी आलोचना की थी। उसी दौरान मास्को के क्रेमलिन में मीडिया के सवालों का जवाब देने के लिए उन्हें जर्मनी की चांसलर ऐजेला मार्कोस के साथ बैठना पड़ा। इस तस्वीर में दोनों के एक दूसरे को देखने के तरीके में ही सारी कहानी साफ नजर आ रही है।

बस हाथ मिले दिल नहीं
चीन और जापान के रिश्तों का तनाव किसी से अनजाना नहीं है। ऐसे में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे और चीन के राष्ट्रपति झी झिनपिंग की मुलाकात एशिया पैसफिक इकोनामिक्स कॉपरेशन (APEC) की मीटिंग के दौरान हुई तो नजारा कुछ ऐसा था।

मैं तेरा दुश्मन   
2008 में अमेरिका के चुनावो में राष्ट्रपति प्रत्याशियों की अंतिम डिबेट के दौरान रिपब्लिकन प्रत्याशी जॉन मैक्केन ने बराक ओबामा के साथ मंच पर हाथ मिलाने के बाद कुछ इस तरह रिएक्ट किया जो उनके लिए बिलकुल सही साबित नहीं हुआ।

चलो काम खत्म
ये तस्वीर है अमेरिकी राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी रहे सिनेटर्स जिम वेब और बर्नी सैंडर्स की जो 2015 में CNN और Facebook द्वारा प्रायोजित प्रेसिडेंशियल बहस के बाद खींची गयी थी। दोनों के चेहरे अपने दिल की बात साफ कह रहे हैं।

पुतिन के रवैये से हैरान ओबामा
ये तस्वीर है 2013 की जब संयुक्त राष्ट्र की आमसभा में भाग ले रहे पुतिन ने ओबामा के हाथ मिलाने बढ़े हाथ को कतई नजरअंदाज कर दिया और इस हरकत से ओबामा बिलकुल हैरान रह गए।

झूठा प्यार
इस तस्वीर में ट्रंप शायद माइक पेंस को ये जताने की कोशिश कर रहे हैं कि वे उनके खिलाफ नहीं हैं। दरसल अमेरिका में ऐसी अफवाह है कि डोनाल्ड नहीं चाहते कि पेंस उपराष्ट्रपति बनें।

 

Interesting News inextlive from Interesting News Desk

Posted By: Molly Seth