‘फ़ीचर फ़ोन किलर’ मोटो ई की 7 ख़ास बातें
भारत के करोड़ों फ़ीचर फ़ोन यूज़र्स को ध्यान में रखकर बाज़ार में उतारे गए इस सस्ते फ़ोन की सीधी टक्कर माइक्रोमैक्स और कार्बन जैसी देशी कंपनियों और सैमसंग के कम क़ीमतों वाले स्मार्टफ़ोन्स से होगी.मीडिया रिपोर्टों के अनुसार लॉन्च किए जाने के एक दिन के भीतर ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट फ्लिपकार्ट को एक लाख मोटो ई के ऑर्डर मिले और कुछ ही घंटों में ये आउट ऑफ़ स्टॉक हो गया.कंपनी का दावा है कि ये कम क़ीमत का एक मज़बूत स्मार्टफ़ोन है और इसकी बैटरी पूरे दिन चलती है.आइए जानते हैं इस फ़ोन के सात ख़ास फ़ीचर्स.1. क़ीमतआमतौर पर किसी फ़ोन का सबसे मज़बूत पक्ष उसका हार्डवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम या डिज़ाइन होता है, लेकिन मोटो ई की सबसे ख़ास बात इसकी क़ीमत है. मोटो ई भारत में सिर्फ फ़्लिपकार्ट वेबसाइट के ज़रिए 6,999 रुपए में मिल रहा है.
साफ़ तौर पर इस फ़ोन को माइक्रोमैक्स और कार्बन जैसी देसी कंपनियों के ‘बोल्ट’, ‘कैन्वास’, ‘एस’ और सैमसंग गैलेक्सी सिरीज़ के सस्ते स्मार्टफ़ोन्स की टक्कर में उतारा गया है.इस क़ीमत में ये फ़ोन पहले से बाज़ार में मौजूद सस्ते फ़ोन्स को कड़ी चुनौती देगा.2. हार्डवेयर
इस फ़ोन में मोटोरोला के कुछ ख़ास फ़ीचर्स दिए गए हैं, जो काफ़ी काम के साबित हो सकते हैं. मोटोरोला असिस्ट आपके फ़ोन यूज़ करने के तरीके और समय के पैटर्न को रिकॉर्ड करता है और इसी के अनुसार फ़ोन को ढालता है.उदाहरण के तौर पर अगर आप 11 बज़े सोते हैं तो ये फ़ोन ठीक 11 बज़े रोज़ आपके फ़ोन को साइलेट कर देगा. ज़रूरी कॉल मिस न हो इसलिए किसी नंबर से दो बार कॉल आने पर रिंग अपने आप शुरू भी हो जाती है.मोटोरोला माइग्रेट फ़ीचर एक फोन से दूसरे में डाटा और नंबर ट्रांसफ़र करने में काफ़ी मदद करते हैं.5. बैटरीइस फ़ोन में 1,980 एमएच की बैटरी लगी है, जिसे आप फ़ोन से अलग नहीं कर सकते. इसकी बैटरी लाइफ़ अच्छी है और साधारण प्रयोग के साथ ये लगभग पूरे दिन चल जाती है.हेवी इंटरनेट, कॉलिंग और मल्टिमीडिया प्रयोगों के बाद भी ये फ़ोन 10-12 घंटों तक चल जाता है.6. 3-जी युक्त डबल सिम
इस फ़ोन के भीतर दो नैनो सिम स्लॉट हैं, लेकिन ये हॉटस्वैप नहीं हैं. यानी सिम निकालने के लिए आपको बैक पैनल खोलना पड़ेगा.दोनों ही सिम पर 3-जी नेटवर्क उपलब्ध है.7. डिसप्ले और बनावट
मोटो ई में 4.3 इंच का क्यूएचडी डिसप्ले है जो ठीक-ठाक शार्पनेस का आउटपुट दे देता है. हालांकि डिसप्ले कलर्स और बेहतर हो सकते थे. इसमें गोरिल्ला ग्लास-3 स्क्रीन लगी है जो काफ़ी मज़बूत और स्क्रैचप्रूफ़ माना जाता है.फ़ोन का बैक पैनल रबड़ टच है जो फ़ोन पर ग्रिप को मज़बूत बनाता है. प्लास्टिक का बना होने के बावजूद ये फ़ोन प्रीमियम सेगमेंट का दिखता है. बैक पैनल कई रंगों में उपलब्ध होंगे जिन्हें अलग से खरीदकर पसंद के अनुसार बदला भी जा सकेगा.मोटो ई 142 ग्राम का है, जो इस कैटेगरी के फ़ोन के लिए थोड़ा वजनी माना जाएगा.कुछ कमियां भीइस फ़ोन की सबसे बड़ी कमी इसका कैमरा है, जो बेहद साधारण है और इसमें ऑटोफ़ोकस या फ्लैश जैसे आम फ़ीचर्स नहीं हैं.इस फ़ोन में फ्रंट कैमरा भी नहीं है, लिहाज़ा आप इससे वीडियो कॉलिंग भी नहीं कर पाएंगे.अगर बात की जाए इसके प्रोसेसर और रैम की तो वो साधारण प्रयोग के लिए ठीक है लेकिन हार्डकोर गेमिंग के शौकीनों का दिल इसे देखकर टूटेगा. ‘सब-वे सर्फ़र’ और ‘नीड फ़र स्पीड’ जैसे गेम इस फ़ोन पर अटक कर चलते हैं.
तो अगर आप हार्डकोर गेमर या फ़ोटोग्राफ़ी के शौकीन हैं तो शायद ये फ़ोन आपके लिए सबसे बेहतर नहीं हैं.लेकिन अगर इस क़ीमत में बाज़ार में मौजूद अन्य स्मार्टफ़ोन्स के फ़ीचर्स देखें तो ये फ़ोन उतना भी बुरा नहीं है.