आज फेसबुक की 13वीं एनिवर्सरी है। इन तेरह सालों में फेसबुक ने सोशलनेटवर्किंग की दुनिया में अपना एक बड़ा मुकाम बना लिया है और इस रेस में उसने कई सोशल साइट को पछाड़ते हुए अपना मौजूदा मुकाम हासिल किया है। कुछ लोगों का कहना है कि एक दिन इससे भी नया आयेगा तो लोग फेसबुक को भी भूल जायेंगे पर सच ये है कि आज ये साइट टॉप पर है। आइये जाने कि वो कौन सी साइट हैं जिनकी चमक फेसबुक की रोशनी में बुझ गयीं।

ऑरकुट
सबसे पहले बात करेंगे सबसे पाप्युलर साइट ऑरकुट की जो काफी हद तक फेसबुक की ही तरह थी। गुगल ऑरकुट को ऑपरेट और मैनेज करता था और इस पर लोग अपने पुराने दोस्तों को ढूंढते और चैट करते थे। अपने दौर में ऑरकुट ब्राजील और भारत में बेहद कामयाब हुई थी, लेकिन फेसबुक के बढ़ते प्रभाव के चलते इसका चलन घटने लगा और जून 2014 में गूगल ने इसके बंद होने की घोषणा की और 30 सितंबर 2014 को ये साइट पूरी तरह बंद कर दी गयी।

फ्रेंडस्टर
सोशल साइट काग्रैंडफादर कही जाती है फ्रेंडस्टर। ये विश्व की पहली सोशल नेटवर्किंग साइट थी। इस साइट पर लोग आपस में मैसेज और मीडिया शेयर करते थे, जिसमें मैसेज के साथ कमेंट, फोटोज और वीडियो शामिल थे। इस पर डैटिंग, बैंडस और इवेंट के बारे में जानकारी देने की सुविधा भी उपलब्ध थी। ये साइट भी 14 जून 2015 को बंद हो गयी।

माई स्पेस
2005 से 2009 के बीच माई स्पेस विश्व की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट थी। ये अब भी काम कर रही है और ज्यादातर इस पर म्यूजिशियन जुड़े हैं जो आना म्यूजिक और उससे जुड़ी खबरें शेयर करते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इस साइटके नाकामयाब होने की वजह थी उस पर विज्ञापनों की भरमार बनी।
पहली वेबसाइट बनी 1991 में और मनोरोगी बना सकता है इंटरनेट, क्या आप जानते हैं इंटरनेट से जुड़ी ये खास बातें

आईट्यून पिंग
एक सितंबर 2010 को शुरू हुई आईट्यून पिंग या पिंग एप्पल की संगीत आधारित सोशल नेटवर्किंग साइट है। आई फोन और आईपैड पर उपलब्ध ये साइट लोगों को दोस्तों और संगीतकारों से कनेक्ट रखने के काम आती है। 30 सितंबर 2012 को एप्पल ने इसे बंद करके ट्विटर और फेसबुक को आई ट्यून से संबद्ध कर दिया।

डिग
अपने यूजर को अपने पसंदीदा वेब कंटेट को रेट करने की सुविधा देने के लिए सोशल साइट डिग की शुरूआत की गयी। सबसे बेहतर डिग्स वेब साइट केफ्रंट पेज पर दिखाई देते थे। जुलाई 2012 में इस साइट को सेल होने के बाद उसको न्यूज एग्रीगेटर साइट के तौर बदल दिया गया।

क्लासमेट
17 नवंबर 1995 को ये साइट किंटर गार्डन से लेकर कॉलेज तक जाने वाले छात्रों को आपस में जोड़ने के लिए शुरू की गयी। ये साइट अपने यूजर्स को हाईस्कूल रीयूनियन, ईयरबुक एक्सेस करने और पुराने दोस्तों और सेलिब्रिटीज की तस्वीरें साझा करने का मौका देती है। हालाकि ये साइट अभी चालू है लेकिन फेसबुक की चमक में धूमिल हो गयी है।
हाट्सएप लेकर आ रहा है 'लाइव लोकेशन' फीचर जो इस तरह बनाएगा जिंदगी आसान

झयांग
इस साइट पर यूजर्स वेबब्लॉग, फोटो ब्लॉग और सोशल नेटवर्किंग प्रोफाइल बना सकते हैं। 1999 में शुरू हुई इस साइट पर बुक और म्यूजिक रिव्यु शेयर किए जाते हैं। वर्तमान में साइट अपने को ब्लॉगर्स के लिए एक प्लेटफार्म बनाने के लिए संघर्ष कर रही है।

बेबो
2005 में शुरू हुई बेबो भी कि एक ऐसी वेब साइट है जो यूजर्स को ब्लॉग्स, फोटोग्राफ, म्यूजिक वीडियो और क्वेश्चनायर पोस्ट करने का अवसर देती है। इसे इस्तेमाल करने वाले फ्रेंडस को संदेश भेज सकते हैं, अपनी प्रोफाइल अपडेट कर सकते हैं और नोटिफिकेशन भेज सकते हैं। बेबो को सोशल एप्पस बनाने वाली कंपनी के तौर पर रीलॉन्च किया गया है।

हाई5
अपने शुरूआती दौर में बेहद फेमस हुई सोशल नेटवर्किंग साइट हाई5 को 2004 में शुरू किया गया था। बाकी सोशल नेटवर्किंग साइट्स के फीचर्स के अलावा इस साइट पर गेमिंग और इंटरटेनमेंट का ऑप्शन भी जोड़ा गया। 2009 में इस साइट पर करीब 200 गेम मौजूद थे। अब ये एक सोशल साइट के स्थान पर गेमिंग साइट के रूप में जानी जाती हैं।   
फेसबुक बना सकता है आपको असमाजिक

नेपस्टर       
एक म्यूजिक फोकस्ड साइट के तौर पर शुरूआत हुई नेपस्टर की, जो अपने यूजर्स को म्यूजिक की ऑडियो फाइल्स एमपी3 फॉरमेट में पोस्ट करने की सुविधा देती है। इस की सफलता का सबसे बड़ा कारण इसका यूजर्स फ्रेंडली इंट्राफेस उपलब्ध कराना रहा। साल 2000 में एक अमेरिकी म्यूजिक कंपनी ने कंपनी पर कॉपीराइट संबधी मुकदमा कर दिया जिसे नेपस्टर हार गया और उसने अपने आप को 2002 में बैंकरप्ट घोषित कर दिया। 

 

Technology News inextlive from Technology News Desk

Posted By: Molly Seth