दिल्‍ली में ऐतिहासिक जीत के साथ आज वह समय आ गया जब अरविंद केजरीवाल के हाथों में दिल्‍ली की कमान आ जाएगी. जी हां आज केजरीवाल रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण करेंगे. शपथ ग्रहण के ऐतिहासिक क्षणों का गवाह बनने के लिए रामलीला मैदान तैयार हो चुका है. कुर्सियां लग गई हैं साउंड सिस्टम और बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन भी लगा दी गई हैं. इसके अलावा वहां पर कड़ी सुरक्षा व्‍यवस्‍था की गई है.

कुछ इस तरह है मैदान की व्यवस्था
रामलीला मैदान में मंच, बाउंड्री और रैलिंग की मरम्मत कर इनका रंग-रोगन कर दिया गया है. मंच के आस-पास गमले लगा दिए गए हैं. कारपेट बिछा दी गई है. परदे लगाकर रामलीला मैदान पूरी तरह से सज चुका है. आस-पास के इलाकों और सड़कों को भी चमका दिया गया है. नगर निगम के दस्तों ने दिनभर की मशक्कत के बाद आवारा कुत्तों को भी रामलीला मैदान से पकड़कर बाहर कर दिया है. सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने रामलीला मैदान शुक्रवार शाम से ही अपने कब्जे में ले लिया है. रामलीला मैदान में 50 हजार लोगों के लिए कुर्सियां लगाई गई हैं जबकि 50 हजार लोगों के खड़े होने की व्यवस्था की गई है. इस बार लोग रामलीला मैदान के बाहर से भी शपथ ग्रहण समारोह देख सकेंगे. इसके लिए कुल लगने वाली 12 एलईडी स्क्रीन में से छह रामलीला मैदान के बाहर लगाई गईं है, ताकि केजरीवाल के समर्थकों को कोई परेशानी न हो.

कार से 11 बजे घर से निकलेंगे
अरविंद केजरीवाल के शनिवार को दोपहर 12 बजे शपथ लेने का समय निर्धारित किया गया है. आम आदमी पार्टी के अनुसार 11 बजे के करीब केजरीवाल कौशांबी स्थित अपने घर से निकलेंगे. उनके साथ उप मुख्यमंत्री की शपथ लेने जा रहे मनीष सिसोदिया भी होंगे और मंत्री पद की शपथ लेने जा रहे सभी विधायक भी होंगे. आप का कहना है कि वह रोड शो नहीं करेगी. इस बारे में पार्टी कार्यकर्ताओं को भी बता दिया गया है.अभी फिलहाल केजरीवाल की कार से ही रामलीला मैदान निकलने की योजना है. मगर यदि कौशांबी में अधिक लोग एकत्रित हो जाते हैं तो वह मेट्रो से जा सकते हैं. घर से निकल कर केजरीवाल पहले राजघाट जाएंगे. महात्मा गांधी की समाधि पर नमन करने के बाद वह रामलीला मैदान की ओर प्रस्थान करेंगे. पार्टी का कहना है कि जरूरत पड़ी तो सुरक्षा कारणों से समय में बदलाव भी किया जा सकेगा.

अन्ना व मोदी नहीं होंगे शरीक
14 माह में दूसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में प्रमुख समाजसेवी अन्ना हजारे व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल नहीं होंगे. शपथ ग्रहण उपराज्यपाल नजीब जंग करवाएंगे. समारोह में दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश व पूर्व मुख्य न्यायाधीश, पूर्व उपराज्यपाल व पूर्व मुख्यमंत्रियों आदि को भी आमंत्रित किया गया है. समारोह में भाजपा की ओर से इस विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद की दावेदार रहीं और जनलोकपाल आंदोलन में केजरीवाल की सहयोगी रहीं किरण बेदी को भी आमंत्रित किया गया है. मोदी के पूरे मंत्रिमंडल, दिल्ली के सभी सांसद व निगम पार्षदों को भी आमंत्रित किया गया है. अब देखना यह है कि कभी अरविंद के साथ रहीं किरण बेदी बुलावे के बाद भी इस समारोह में श्ारीक होती हैं या नहीं.

जनता को अपील कर बुलाया
अरविंद केजरीवाल ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तमाम लोगों से रेडियो पर अपील भी की है. इसमें उन्होंने कहा है कि, जनता ने अपना काम कर दिया है और अब हमें अपना काम निष्ठा के साथ शुरू करना है. वह पूरे कर्तव्य पालन के साथ वह दिल्ली की जनता के बीच खरे उतरेंगे. उन्होंने जनता से कहा है कि वे शपथ ग्रहण में जरूर आएं और वह भी इस समारोह में पूरे अधिकार के साथ शामिल हो. क्योंकि मुख्यमंत्री पद की शपथ केवल मैं अकेले नहीं लूंगा बल्कि हर दिल्लीवासी लेगा.

दिन रात यहां चला काम
यहां बता दें कि इसके पहले भी 29 दिसंबर, 2013 में केजरीवाल ने रामलीला मैदान में एक लाख से अधिक लोगों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह को लेकर तैयारियां 10 फरवरी को मतगणना के बाद से ही शुरू हो गई थीं. इसमें मैदान को समतल करने के साथ ही रामलीला मंच की मरम्मत और रंग-रोगन व अन्य काम दिन-रात चलते रहे. शुक्रवार को भी इस कार्य में 100 से अधिक मजदूर लगे रहे. अधिकारियों की फौज यहा लगातार तैयारियों की देखरेख में जुटी है. मुख्य सचिव डीएम स्पोलिया ने भी शुक्रवार शाम रामलीला मैदान में चल रहीं तैयारियों का जायजा लिया. 400 वीवीआइपी के मंच के पास बैठने की व्यवस्था की गई है. आपको बता दें कि यह वही पक्का मंच है जहां से अन्ना हजारे ने वर्ष 2011 में जनलोकपाल बिल के लिए आंदोलन किया था.इस आंदोलन में केजरीवाल अन्ना हजारे के प्रमुख सहयोगी रहे थे.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh