होली का मतलब ढेर सारी मस्ती और खाना. लेकिन अगर आपको अपने diet routine की वजह से अपनी favourite चीजें खाने में hesitation हो रही है तो इस बार सब भूल जाइए और जी भर के खाइए क्योंकि हम दे रहे हैं कुछ easy solutions...


हर वक्त तो हम अपने आप को कंट्रोल करते रहते हैं. ऐसी कोई भी चीज नहीं खाते जिससे हमारे वेट पर जरा सा भी असर पड़े लेकिन फेस्टिवल एक हाई टाइम होता है. ऐसे में अपने आस-पास इतनी सारी मिठाइयां देखकर खुद को रोक पाना जरा मुश्किल है. लेकिन महीनों के रूटीन के साथ रिस्क कैसे लिया जाए? तो डोंट वरी, हम दे रहें हैं कुछ ऐसी टिप्स, जिन्हें अपने डायट चार्ट में शामिल कर के आप होली का मजा भी ले सकते हैं और अपनी चीटिंग्स को भी ओवर कम कर सकते हैं.


डॉ. श्वेता दीवान का कहना है, ‘डायट के साथ चीटिंग करने वालों को तीन सेक्शन्स में डिवाइड किया जा सकता है पहले वो जो बिना सोचे समझे कुछ भी खा लेते हैं. दूसरे वो जो थोड़ा कॉन्शस हो कर खाते हैं और तीसरे वो जो तला हुआ तो नहीं खाते बल्कि सिर्फ मिठाइयों के लिए चीट करते हैं.’ देखते हैं श्वेता ने तीनो सेक्शन्स के लिए क्या रिकमेंड किया है-खाए जा...खाए जा...

तो चलिए पहले बात करते हैं उनकी जो पूरे दिन मिठाइयां और तला हुआ खाना खाते हैं. ऐसे लोगों को, जिस दिन उन्होंने चीटिंग की है उसके अगले दिन ज्यादातर फल, दूध और रिच फाइबर वाली चीजें ही लेनी चाहिए. दूध प्रोटीन और फल विटामिन्स और फाइबर में रिच होते हैं जिसकी वजह से ये फैट्स और कार्बोहाइड्रेट्स को बैलेंस कर देते हैं. याद रहे कि दूध और दही भी लो फैट होने चाहिए. ब्रेकफास्ट में फ्रूट एंड वेजिटबल्स को लो फैट योग्हर्ट में मिक्स करके या ओट्स और व्हीट फ्लेक्स को स्किम्ड मिल्क के साथ ले सकते हैं. दलिया लेना भी हेल्दी रहेगा. लंच में होल व्हीट ब्रेड के साथ रॉ चिकन सैलड, वेज सैलड और रोटी, ब्वॉयल्ड एग्स के साथ स्प्राउट्स या फिर होल व्हीट रोटी के साथ एक कटोरी दाल भी लिया जा सकता है. इन लोगों को अपना डिनर भी बिल्कुल लाइट रखना चाहिए. इसलिए डिनर में एक फिश पीस या चिकन पीस, स्प्राउट्स और स्टिर फ्राइड वेजिटेबल्स ढेर सारा सैलड और दही लेना हेल्दी रहेगा. मल्टीग्रेन आटे के एक या दो फुल्के भी लिए जा सकते हैं. क्या करें कंट्रोल नहीं होता

अब बात करते हैं उन लोगों की जो बस अपनी एक मील में या चलते फिरते मिठाइयां और तला भुना खा लेते हैं. इस कैटेगरी वाले लोगों को अगले दिन अपनी पूरी एक मील में सिर्फ लो फैट और फाइबर रिच खाना ही खाना चाहिए. ब्रेकफास्ट, लंच या डिनर में से कोई भी एक मील फैट फ्री और फाइबर रिच होनी चाहिए. ऐसे में फल, दूध, दलिया, ओट्स, स्प्राउट्स, सब्जियां, लो फैट दही वगैरह लेना अच्छा रहेगा. बस मीठा हो जाएऔर अब फाइनली वो जो बस मिठाई देख कर कंट्रोल नहीं कर पाते. ऐसे लोगों को नेक्स्ट डे जीरो शुगर और लो फैट खाना चाहिए. डॉ. श्वेता कहती हैं, ‘इस सेक्शन में आने वाले लोगों को भी वही फूड रिकम्मेंडेड है जो बाकी दो सेक्शन्स को है. इन्हें केला और चीकू अवॉयड करना चाहिए.’

Posted By: Surabhi Yadav