विज्ञान एवं वैज्ञानिक भूतों एवं आत्‍मओं के अस्तित्‍व को शिरे से नकारते हैं जब कि एक बड़ा तबका भूतों पर ना सिर्फ य‍कीन करता है वरन उससे पीडि़त भी होता है। भारत मे कई ऐसे मंदिर है जहां प्रवेश मात्र से ही भूत इंसान का पीछा करना छोड़ देता है पर आज हम आप को एक अनोखे कुंड के बारे मे बताने जा रहे हैं जहां डुबकी लगाने से सभी भूत पिशच एवं बुरी आत्‍माएं पीछा करना छोड़ देती हैं।


इस कुंड मे आस्था की डुबकी लगाते हैं भक्तजोधपुर में एक ऐसा कुंड हैं जहां डुबकी लगाने से बुरा साया उनसे दूर रहेगा। हर साल यहां हजारों की संख्या मे लोग डुबकी लगाने आते हैं। शहर में वीर दुर्गादास पहाड़ी की तलहटी में स्थित बाबा रामदेव के मंदिर में बने कुण्ड में देशभर से हर साल आने वाले हजारों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते हैं। लोगों की आस्था है इस पानी में स्नान करने से भूत भागते हैं। पोकरण के पास लोक देवता बाबा रामदेव के दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में भक्त पैदल यहां आते हैं। इसके बाद श्रद्धालु रामदेवरा के लिए प्रस्थान करते हैं। कुंड के पानी से आती है भयंकर दुर्गंध
भक्तों ने कई बार आरोप लगाया है कि कुण्ड का पानी दुर्गंध मारता है। प्रशासन कभी कुंड की साफ सफाई नही कराता है। पहाड़ी पर श्रद्धालु खुले में शौच करते हैं। यहीं से बरसाती पानी कुण्ड में आता है। लेकिन आस्था के आगे बेबस श्रद्धालु यहां डुबकियां लगा कर भूत भगाते हैं। जोधपुर के इस चमत्कारी कुण्ड के पानी में हर साल हजारों बीमार लोग इसलिए स्नान करते हैं ताकि उन पर बुरा साया नहीं रहे। इस मेले में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, गुजरात, पंजाब सहित पूरे राजस्थान से श्रद्धालु पैदल यात्रा कर जोधपुर होते हुए रामदेवरा पहुंचते हैं। मानासिक बीमारी से ग्रस्त लोग आते हैं यहांयात्रियों को स्थानीय भाषा में जातरू भी कहा जाता है। हालांकि विज्ञान ऐसी बातों को नकारता है। प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन डॉ. नगेन्द्र शर्मा बताते हैं कि ये सिर्फ अज्ञानता का प्रतीक है। न तो भूत है और न ही कोई प्रेत। यहां मानसिक बीमारियों से ग्रस्त लोग आते हैं जिन्हें आस्था का हवाला दिया जाता है। भगवान कभी गंदे पानी में नहाने से बीमारी दूर नहीं करते हैं उसके लिए दवा लेनी होती है।

Posted By: Prabha Punj Mishra