दुनिया में कई ऐसे मिथ यानी कि मिथक हैं जिन्हें लोग सच मानते हैं। इतना ही नहीं बहुत से लोग इन मिथकों को अपनी जिंदगी और समाज में विशेष तवज्जों देते हैं। जबकि हकीकत में अगर इन मिथकों की जांच-पड़ताल की जाए तो इन रहस्यों से पर्दा उठ जाएगा। सच्चाई वो नहीं होती जो लोग मान रहे होते हैं। आइए जानें वो 10 मिथक...
चीनी से बच्चे होते अधिक हाइपर एक्टिव: कहा जाता है कि चीनी से बच्चे अधिक हाइपर एक्टिव होते हैं। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। कई अध्ययनों में यह साफ हो चुका है कि चीनी से बच्चे सामान्य रूप से ही सक्रिय होते हैं। कुत्ते सिर्फ काले और सफेद:बहुत से लोगों का यही मानना होता है कि कुत्ते सिर्फ काले और सफेद होते हैं। जबकि ऐसा नहीं हैं। बड़ी संख्या में डॉगी ह्यूमन कलर में और ब्लू और ग्रीन शेड में भी होते हैं। ऊंट अपने हम्स में पानी जमा करते हैं:बहुत से लोग अभी भी इस पर विश्वास करते हैं कि ऊंट अपने कूबड़ों में पानी जमा करते हैं। जबकि वास्तव में ऊंट अपने कूबड़ों में पानी नहीं बल्कि वसा जमा करते हैं।
हर जगह जीभ का स्वाद अगल-अलग:बहुत से लोग ऐसा मानते हैं। जबकि यह बात कई शोधों में सामने आ चुकी है कि जीभ वास्तव में अपनी सतह पर कहीं भी हर प्रकार का स्वाद आसानी से ले सकती है। ब्लड से पर्सनालिटी पता चलती:
एशिया में यह माना जाता है कि रक्त के प्रकार से इंसान का व्यक्तित्व पता चलता है। जबकि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नही है कि रक्त के प्रकार से व्यक्तित्व पता चलता है।
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Posted By: Shweta Mishra