'जिंदा हैं वो लोग जो मौत से टकराते हैं...' कादर खान के 7 यादगार डायलाॅग
कानपुर। कादर खान एक बेहतरीन लेखक के साथ-साथ गजब के अभिनेता भी थे। उन्होंने कई फिल्मों में अपने दमदार अभिनय से जान फूंक दी थी। ऐसी ही एक फिल्म है 'मुक्कदर का सिकंदर'। इस फिल्म में उनका सबसे फेमस डायलाॅग है, 'जिंदा हैं वो लोग जो मौत से टकराते हैं... मुर्दों से बत्तर हैं वो लोग जो मौत से घबराते हैं।'
जुलाई, 1998 को रिलीज हुई गोविंदा स्टारर फिल्म 'दूल्हे-राजा' में उनके कई डायलाॅग्स को लोगों ने खूब पसंद किया है। ऐसा ही एक डायलाॅग है, 'दौलत का क्या है, वो तो आती-जाती रहती है... मगर बेटी तो घर की इज्जत है... और इज्जत एक बार चली जाए तो वो लौट कर वापस नहीं आया करती।'
1978 में रिलीज हुई फिल्म 'मुक्कदर का सिकंदर' का एक डायलाॅग और काफी फेमस हुआ था। वो डायलाॅग है, 'जिंदगी का अगर सही लफ्ज उठना है... तो मौत से खेलो।' इस तरह के डायलाॅग फिल्मों में करके उन्होंने समाज को कई तरह की सीख भी दी है।
गोविंदा स्टारर सुपर हिट फिल्म 'हीरो नंबर वन' में भी कादर के इस यादगार डायलाॅग को भूल नहीं पाएंगे आप। फिल्म 21 फरवरी, 1997 को रिलीज हुई थी जिसमें कादर खान ने डायलाॅग मारा था, 'दुनिया में आदमी की नहीं... उसके कपड़ों की, उसके धन की कदर होती है।'कादर खान ने 81 की उम्र में ली आखिरी सांस, देश के बाहर यहां होगा अंतिम संस्कारस्मिता पाटिल पुण्यतिथि: टीवी एंकर से बनीं एक्टर, महज 31 की उम्र में इस वजह से चल बसीं