इन 5 खिलाड़ियों की बदौलत इंग्लैंड में 36 साल बाद भारत को मिली सबसे बड़ी जीत
कानपुर। भारत और इंग्लैंड के बीच नॉटिंघम में खेला जा रहा तीसरा टेस्ट मैच भारत के नाम रहा। विराट एंड टीम ने यह मैच 203 रन के अंतर से जीता। अंग्रेजों के खिलाफ उन्हीं की धरती पर 36 साल बाद भारत को इतनी बड़ी जीत मिली है। इस मैच में भारत की बल्लेबाजी और गेंदबाजी लाजवाब रही। यही वजह है इंग्लिश बल्लेबाज दबाव में आ गए और उनकी पारी जल्दी सिमट गई। आइए जानें भारत को जीत दिलाने वाले कौन हैं वो 5 हीरो...1. विराट कोहली
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के लिए यह मैच करो या मरो वाला था। भारत सीरीज में पहले ही 0-2 से पीछे था ऐसे में अगर यह मैच भारत नहीं जीतता तो सीरीज भी हाथ से निकल जाती। विराट ने इस चैलेंज को सिर्फ स्वीकारा ही नहीं मैदान में टीम को जीत की ओर अग्रसर भी किया। पहली पारी में विराट ने 97 रन बनाए, हालांकि वह 3 रन से शतक से चूक गए मगर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था। इसके बाद सेकेंड इनिंग में कोहली नहीं चूके और अपने टेस्ट करियर का 23वां शतक जड़ा। इस मैच में वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं।
2. हार्दिक पांड्या
नॉटिंघम टेस्ट जब शुरु होने से पहले आलराउंडर हार्दिक पांड्या पर काफी सवाल खड़े हो रहे थे। मगर तीसरे टेस्ट में पहले गेंदबाजी और फिर बल्लेबाजी में पांड्या ने ऐसा जलवा दिखाया कि आलोचकों का मुंह बंद हो गया। दरअसल भारत की पहली पारी 329 रन के जवाब में मेजबान टीम फर्स्ट इनिंग में 161 रन पर ही सिमट गई थी और इसमें भारतीय गेंदबाज हार्दिक पांड्या का अहम योगदान रहा। पांड्या ने 6 ओवर में 5 विकेट लेकर इंग्लिश बल्लेबाजों को घुटनों पर ला दिया। बस यहीं से मेजबान टीम के हार की शुरुआत हो गई थी। इसके बाद दूसरी पारी में हार्दिक ने शानदार हॉफसेंचुरी जड़ अपनी बल्लेबाजी का जौहर दिखाया।
पहली पारी में जहां इंग्लिश बल्लेबाजों को हार्दिक पांड्या ने परेशान किय तो वहीं सेकेंड इनिंग में जसप्रीत बुमराह ने मेजबान टीम की एक न चलने दी। जोस बटलर को छोड़ दिया जाए तो कोई भी इंग्लिश बल्लेबाज पिच पर ज्यादा देर टिक नहीं सका। 521 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम के खिलाड़ी जल्दी-जल्दी में विकेट गंवा बैठे। बुमराह ने 85 रन देकर 5 विकेट लिए। यही नहीं पहली पारी में भी उनके नाम 2 विकेट दर्ज हैं। आपको बता दें बुमराह का मौजूदा इंग्लैंड सीरीज में पहला मैच है पिछले दो टेस्ट मैचों में वह खेले नहीं थे।
भारत की इस बड़ी जीत में फील्डिंग का भी अहम योगदान रहा। केएल राहुल ने स्लिप में शानदार फील्डिंग की। इस टेस्ट मैच में ज्यादातर सभी बल्लेबाज स्लिप या कीपर के हाथों आउट हुए हैं। यही वजह है कि भारत की तरफ से केएल राहुल तीसरे टेस्ट में अब तक 7 कैच पकड़ चुके हैं। इसी के साथ राहुल इंग्लैंड में किसी एक मैच में सबसे ज्यादा कैच पकड़ने वाले भारतीय फील्डर बन गए। डेब्यू टेस्ट मैच खेल रहे ऋषभ पंत ने भी इस टेस्ट में कुल 7 कैच लपक लिए हैं। इसी के साथ वह बतौर डेब्यू विकेटकीपर टेस्ट में सबसे ज्यादा कैच पकड़ने वाले भारतीय बन गए हैं। उनसे पहले नरेन तमहाने, किरण मोरे, नयन मोंगिया और नमन ओझा ने यह कारनामा किया था मगर उनके खाते में सिर्फ 5 कैच थे।