क्या इतनी छोटी थीं दुनिया की सबसे पतली तारें
वैज्ञानिकों ने दुनिया की सबसे छोटी तारें बनाने का दावा किया है. ये तारें केवल एक एटम के बराबर लंबी और चार एटमों के बराबर चौड़ी हैं. ‘साइंस’ पत्रिका के मुताबिक साइंटिस्ट के एक इंटरनेशनल ग्रुप ने कहा कि इन तारों में इलेक्ट्रिक करेंट की क्षमता तांबे की तारों के बराबर ही है. वैज्ञानिकों ने बताया कि ये तारें पारंपरिक तारों से 20 गुना ज्यादा पतली होने के बावजूद कम प्रतिरोध की क्षमता रखती हैं. इंजीनियर्स के लिए ये भविष्य के नैनोस्केल कम्प्यूटर इंस्ट्रूमेंट्स के डेवलपमेंट में मदद करेगा. इस प्रोजेक्ट के चीफ रिसर्चर मिशेल सिमन्स ने कहा, ‘‘इस रिसर्च का मोटिव फ्यूचर के क्वांटम कप्यूटर के डेवलपमेंट में मदद करना है. इस तरह के कम्प्यूटर में इकलौते एटम का प्रयोग किया जाता है.’’
‘‘हम एक-एक एटमों से ट्रांजिस्टर बनाने की ओर बढ़ रहे हैं. लेकिन एक व्यवहारिक क्वांटम कम्प्यूटर बनाने के लिए हमें परस्पर जुडऩे वाले तार और सर्किट को भी आणिवक माप तक छोटा आकार देना होगा.’’