पुराने समय में इंसान के शरीर के बाल उन्हें शिकार करने में दिक्कत पैदा करते थे. पसीने के बाद उनके शरीर को ठंडा होने में वक्त लगता था. इसलिए उनका शरीर धीरे धीरे कम बालों वाला बन गया. इससे वे गर्मी में भी ज्यादा दूरी तक दौड़ पाने लायक हो गए.


स्विमिंग और रेसिंग करने वाले स्पोर्ट्समैन स्पीड बढ़ाने के लिये शरीर के बालों को हटवा देते हैं. इस तरीके से वे हवा के साथ होने वाले प्रतिरोध को कम करके अपनी स्पीड तेज कर पाते हैं. पर क्या आप जानते हैं कि हमारे पूर्वज भी इसी वजह से अपने बाल साफ कराते थे. हाल ही में हुए एक रिसर्च में साइटिंस्ट को पता चला है कि पुराने समय में इंसान के शरीर के बाल उन्हें शिकार करने में दिक्कत पैदा करते थे. पसीने के बाद उनके शरीर को ठंडा होने में वक्त लगता था. इसलिए उनका शरीर धीरे धीरे कम बालों वाला बन गया. इससे वे गर्मी में भी ज्यादा दूरी तक दौड़ पाने लायक हो गए.


इस रिसर्च के लिये साइटिस्ट्स ने हाइटेक कम्प्यूटर माडिलिंग का इस्तेमाल किया था. रिसर्च से यह भी अन्दाजा लगा है कि आदि मानव शिकार की तलाश में एक जगह से दूसरी जगह जाता था या छोटी दूरी तक दौड़ सकता था. इसकी भी पासिबिलिटी है कि उस समय इंसान किसी पेड़ के पीछे छिपकर शिकार करता हो क्यूंकि वह शिकार के लिए अधिक दूरी तक नहीं दौड़ सकता था.

रिसर्च करने वाले टीम के डॉ. डेविड विकिंसन की मानें तो कम बाल वाले इंसान और दूसरे मैमल्स के बीच के इस बेहद इंपारटैंट डिफरेन्स को लेकर जिओलजिस्ट कई डेकेड्स से परेशान थे.

Posted By: Divyanshu Bhard